खरगोन। शहर में रामनवमी पर हुई पथराव और आगजनी की घटनाओं के बाद से प्रशासन ने सुरक्षा के बतौर कर्फ्यू तो लगा दिया है। बावजूद इसके पथराव और आगजनी की घटनाओं से प्रभावित हुए रहवासी क्षेत्रों में डर और दहशत के बीच लोग घरों में रात जगा कर रहे है। उनके जहन में अब उस रात को हुई घटना का मंजर घूम रहा है।
घटना के बाद अभी लोग सहमे हुए है। वहीं इस घटना को अंजाम देने वाले दबंगाईयों के हौसलों को निस्तेनाबूत करने के लिए प्रशासन कार्रवाई कर रहा है।
प्रशासन द्वारा की जा रही करवाई के बाद भी लोगों आरोपितों के खिलाफ सख्त से सख्त सजा की मांग कर रहे हैं। प्रभावित क्षेत्र ब्राह्मणपुरी के रहवासियों ने नाम प्रकाशित नहीं करने की मांग पर बताया कि शहर में जब भी कोई त्यौहार या पर्व आता है तो मन में अलग सी बेचैनी लगी रहती है कि कब क्या घटना हो जाए।
लोगों ने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए प्रशासन के साथ ही अब नागरिकों को भी एक मत होकर कुछ करना चाहिए।
इन दंगों के बाद मोहल्लों में सांप्रदायिक बैर अपने चरम पर देखने को मिल रहा है। दोनों संप्रदायों से जुड़े लोगों ने अपने इलाके को जैसे किसी सरहद की तरह बना लिया है। लोग एक दूसरे के इलाकों में जाने के विचार से भी बच रहे हैं। दोनों समुदायों के लोगों का मानना है कि भविष्य में यह सांप्रदायिक बैर कई तरह के दूसरे मतभेदों को भी जन्म देगा।
दंगा प्रभावित लोगों के मुताबिक शहर में पहले भी संवेदनशील क्षेत्रों में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाडने वाली घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन रामनवमी पर जो घटना हुई है उसे दंगाईयों ने सुनियोजित ढंग से अंजाम दिया है। क्योंकि की इतने कम समय में इतना अधिक नुकसान और आगजनी करना संभव नहीं है।
प्रभावित क्षेत्र के रहवासियों ने बताया कि दबंगाईयों ने मंदिरों में तोड़फोड़ करने के साथ ही घरों में घुसकर तोड़फोड़ और लूटपाट की। उन्होंने बताया कि घटना से जुड़े जो वीडियो सामने आ रहे है। उनमें प्रभावित क्षेत्रों की भयावाह स्थिति का आकलन लगाया जा सकता है।
प्रशासन अलर्ट रहता तो रुक सकता था दंगा!
पुलिस और प्रशासन के खुफिया तंत्र को इस घटनाक्रम के बारे में समय पर जानकारी नहीं लगना सिस्टम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है। प्रभावित क्षेत्र के रहवासियों ने बताया कि यदि प्रशासन और पुलिस तंत्र पहले से अलर्ट रहता तो शहर में इतना नुकसान नहीं होता। इस दौरान घटना से जुड़े कई वीडियो भी सामने आ रहे हैं जो बताते हैं कि यह दंगा कितना खतरनाक था।
भू-माफिया पर नहीं दबंगाईयों पर हो कार्रवाई… रामनवमी पर पथराव और आगजनी की घटना के बाद प्रशासन ने शहर के अलग स्थानों पर कार्रवाई की। संबंधित कार्रवाई को लेकर शहरवासियों ने बताया कि प्रशासन द्वारा पुराने अतिक्रमण को हटाने के लिए सोमवार को कार्रवाई की।
प्रशासन ने शासकीय भूमि पर बने 16 मकान और 29 दुकानों पर बुलडोजर चलाकर करीब 20 करोड़ रुपए मूल्य की शासकीय जमीन भूमाफियाओं से मुक्त कराई। शहरवासियों की मांग है कि पथराव और आगजनी करने वालों पर कार्रवाई हो।
दंगाइयों ने बसों ओर कार को फूंका… सोमवार को खंडवा रोड पर मेकेनिक नगर में दंगाइयों ने रात को 11 बजे 3 बसों ओर 2 छोटी कारों के साथ एक पेंटर की दुकान को आग के हवाले कर दिया। इस घटना में 50 लाख से अधिक का नुकसान बताया जा रहा है।
शहर के रहीमपुरा क्षेत्र में भी पथराव की घटना हुई। सूचना मिलने पर पुलिस बल पहुँचा। इस पूरे मामले में प्रशासन कहना है कि स्थिति नियंत्रण में और अरोपितो पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।