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भारत सरकार की पैक्स कंप्यूटराइजेशन योजना के तहत उत्कृष्ट कार्य करने पर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक खरगोन को भोपाल में सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग द्वारा सम्मानित किया गया। इस उपलब्धि के लिए प्रबंध संचालक पी.एस. धनवाल और उनकी टीम को विशेष रूप से सराहा गया। धनवाल ने यह सम्मान बैंक के सभी कर्मचारियों, विशेष रूप से मास्टर ट्रेनर्स रूपक असरोड़िया, अभिषेक पालीवाल और हितेष पाटीदार को समर्पित किया।
पैक्स कंप्यूटराइजेशन योजना से मिली सफलता
भारत सरकार ने 29 जून 2022 को पैक्स कंप्यूटराइजेशन योजना लागू की थी, जिसमें नाबार्ड को क्रियान्वयन एजेंसी नियुक्त किया गया। इस योजना का उद्देश्य पैक्स संस्थाओं को डिजिटल रूप से सक्षम बनाना, वित्तीय सेवाओं में पारदर्शिता लाना और संचालन की लागत को कम करना था।
इस योजना के तहत जिला सहकारी केंद्रीय बैंक खरगोन ने लगातार दो वर्षों तक मेहनत कर प्रदेश का पहला ऐसा बैंक बनने का गौरव हासिल किया, जहां सभी पैक्स का कंप्यूटराइजेशन लगभग पूरा हो गया है।
बैंक को अंतिम से प्रथम पायदान तक लाने की कहानी
जब यह योजना लागू हुई, तब खरगोन बैंक की प्रगति बेहद धीमी थी। इस कारण अपेक्स बैंक प्रबंधन ने पी.एस. धनवाल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया। लेकिन, तत्कालीन बैंक प्रबंधन द्वारा रुचि न लेने के कारण कंप्यूटराइजेशन का कार्य पिछड़ रहा था। इस पर धनवाल ने अपेक्स बैंक से पद मुक्त करने का अनुरोध किया, लेकिन बैंक प्रबंधन ने उन पर भरोसा जताते हुए दिसंबर 2023 में उन्हें प्रबंध संचालक नियुक्त कर दिया।
इसके बाद धनवाल ने तत्कालीन कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, डीडीएम नाबार्ड विजेंद्र पाटिल और संयुक्त आयुक्त सहकारिता बी.एल. मकवाना के मार्गदर्शन में नए सिरे से कार्ययोजना बनाई। अधिकारियों और कर्मचारियों की नियमित बैठकें लेकर समस्याओं का समाधान किया गया और कंप्यूटराइजेशन की गति तेज की गई।
- प्रशासनिक निर्देशों के तहत ऑडिट प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करने के आदेश दिए गए।
- सर्वर की धीमी गति को देखते हुए रात में कार्य करवाने की व्यवस्था की गई।
- अतिरिक्त स्टाफ की नियुक्ति कर कंप्यूटराइजेशन की प्रक्रिया को गति दी गई।
- नाबार्ड के वॉर रूम से तकनीकी समस्याओं का समाधान कराया गया।
इन सभी प्रयासों के चलते, खरगोन जिले की सभी पैक्स का 100% ऑडिट कार्य पूरा हुआ और 98.50% “ईयर एंड प्रोग्रेस” रिपोर्ट सफलतापूर्वक दर्ज हुई। इसके लिए नाबार्ड द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बैंक को सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय स्तर पर भी मिली पहचान
खरगोन जिला सहकारी केंद्रीय बैंक न केवल प्रदेश में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना चुका है। इसे भारत सरकार द्वारा ऑनलाइन केसीसी जारी करने के लिए चयनित छह जिला सहकारी बैंकों में शामिल किया गया है।
इस उपलब्धि से खरगोन और बड़वानी जिले के तीन लाख से अधिक किसानों को जल्द ही ई-केसीसी जारी किया जाएगा, जिससे उन्हें त्वरित ऋण सुविधा मिलेगी।