खरगोन। त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के कारण लागू हुई आचार संहिता की वजह से 1 जून को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत होने वाले सामूहिक विवाह कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए।
सामूहिक विवाह निरस्त होने से पात्र हितग्राही परेशान हो रहे हैं क्योंकि शासन की स्वीकृति के बाद वर और वधू पक्ष ने शादी के साथ लग्न की तारीख निकाल ली थी।
अब अचानक आचार संहित लगने से सामूहिक विवाह निरस्त हो जाने पर लोगों को अब अपने स्तर पर व्यवस्था जुटाकर बेटियों की शादी करने के लिए विवश होना पड़ रहा है। जिले में 1 जून को अलग-अलग स्थानों पर मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 800 से अधिक विवाह होने वाले थे।
शहर के इंदिरा नगर निवासी गजानंद सोलंकी जो मजदूरी कर परिवार कर भरण-पोषण करते हैं। गजानंद अपनी बेटी बसंती की शादी शहर के आनंद नगर मंडी में होने वाले मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत कराना चहाते थे।
उन्हें आवेदन करने के बाद सामूहिक विवाह में शामिल होने की स्वीकृति भी मिल गई, लेकिन पंचायत चुनाव के कारण जिले में लागू हुई आचार संहिता के कारण सामूहिक विवाह सम्मेलन निरस्त हो गया।
सम्मेलन निरस्त होने से अब वे और अन्य परिजन चिंतित है। वे बताते हैं कि फिलहाल शादी के लिए रुपयों की व्यवस्था तो नहीं है, लेकिन घर को गिरवी रखकर बेटी की शादी करवा रहे हैं।
पिता गजानंद बताते हैं कि बेटी बसंती को रविवार शाम को हल्दी लग चुकी है। 1 जून को उसकी बारात इंदौर से आएगी। गजानंद ने जिला प्रशासन सहित शासन से आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की है।
इसी प्रकार अरुणा पिता रामलाल का विवाह भी इसी सामूहिक विवाह कार्यक्रम में होने वाला था, लेकिन अब परिजन अरुणा का विवाह भी घर से ही करेंगे।
समाजसेवी कैलाश साठे ने बताया कि
विवाह आयोजन पहले से स्वीकृत थे और उन्हें आचार संहिता के कारण निरस्त नहीं किया जाना था क्योंकि सामूहिक विवाह निरस्त होने से कई बेटियों के परिजनों को अब विवाह संपन्न कराने में परेशानी होगी। उन्हें एनवक्त विवाह की व्यवस्थाएं जुटानी पड़ेगी। विवाह सम्मेलन में जरुरतमंद परिवार ही शामिल होते है। उन्हें अब आर्थिक संकट भी झेलना पड़ेगा। उन्होंने शासन से ऐसे परिवार को उचित आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है।
चुनाव के बाद हितग्राहियों को दी जाएगी सहायता –
पंचायत चुनाव के कारण जारी आचार संहिता के कारण जिले में 1 जून को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत होने वाले सामूहिक विवाह कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए हैं। चुनाव के बाद पंजीकृत हितग्राहियों को शासन के निर्देशानुसार उचित सहायता दी जाएगी। – कुमार पुरुषोत्तम, कलेक्टर, खरगोन