जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, खरगोन और उससे संबद्ध सहकारी संस्थाओं के 2.70 लाख किसानों को अब ई-केसीसी पोर्टल के माध्यम से किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) ऋण की सुविधा मिलेगी। यह सुविधा किसानों के लिए नाबार्ड द्वारा देश की 6 सहकारी बैंकों के साथ पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू की गई है। मध्यप्रदेश से केवल जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, खरगोन का चयन हुआ है।
नाबार्ड की पहल से बदलेगी किसानों की ऋण प्रक्रिया
बैंक के प्रबंध संचालक पीएस धनवाल ने बताया कि इस नई व्यवस्था के तहत किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। भूमि की जानकारी आधार और भू-अभिलेख पोर्टल से स्वत: सत्यापित हो जाएगी, जिससे बार-बार दस्तावेज़ जुटाने की परेशानी खत्म होगी। किसानों द्वारा भरा गया आवेदन संबंधित सहकारी समिति के लॉगइन पर दिखाई देगा, जिसे समिति प्रबंधक तुरंत बैंक शाखा को भेज देंगे। शाखा प्रबंधक द्वारा तुरंत ऋण स्वीकृति दी जाएगी।यह प्रक्रिया पारंपरिक प्रणाली के मुकाबले बहुत तेज है। जहां पहले किसानों को केसीसी ऋण प्राप्त करने में एक महीने तक का समय लगता था, अब यह कुछ ही घंटों में संभव हो सकेगा।
मध्यप्रदेश से केवल खरगोन बैंक का चयन
देशभर में पायलट प्रोजेक्ट के लिए 6 राज्यों से एक-एक सहकारी बैंक का चयन किया गया है, जिसमें मध्यप्रदेश से केवल जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, खरगोन को चुना गया है। यह परियोजना खरगोन और बड़वानी जिलों के किसानों के लिए विशेष उपलब्धि है।
यह भी पढ़िये… मप्र में आने वाली हैं लाखों नौकरियां
घर बैठे किसान क्रेडिट कार्ड से ऋण सुविधा
नाबार्ड की इस पहल से किसानों को घर बैठे ई-केसीसी पोर्टल के माध्यम से आसानी से ऋण मिलेगा। यह प्रक्रिया समय की बचत के साथ-साथ किसानों की झंझटें भी कम करेगी। योजना से क्षेत्र के लाखों किसानों को सीधा लाभ मिलेगा।