भर्ती प्रकिय्रा में होम्योपैथिक चिकित्सकों को भी शामिल करने की मांग

कांतिलाल कर्मा
खरगोन Published On :

खरगोन। होम्योपैथी चिकित्सकों ने उन्हें शासकीय नौकरियों में शामिल करने सहित अन्य मांगों को लेकर मंगलवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नाराजगी जताते हुए कहा कि अनुभवी होने के बाद भी उन्हें शासकीय नौकरी में अवसर क्यों नहीं दिया जाता।

आइडियल क्योर एसोसिएशन समिति के बैनर तले कलेक्ट्रेट पहुंचे चिकित्सको ने बताया कि कोरोना महामारी के दौर में भी होम्योपैथिक चिकित्सको ने अपनी जान कि परवाह किए बिना सरकारी और गैरसरकारी अस्पताल, डिस्पेंसरियों में सेवा कार्य किया, बावजूद उन्हें शासकीय नौकरी में दरकिनार किया जाता रहा है।

वर्तमान में आयुष विभाग की सीएमएचओ पद, वेलनेस सेंटर या फिर एनआरएचएम की भर्ती प्रक्रिया हो सभी में उन्हें अलग किया जाता रहा है जो न्यायोचित नहीं है। अब चिकित्सक अपने सम्मान के लिए एकजुट होकर शासन के सामने अपनी बात रखेंगे।

ज्ञापन में कहा गया है कि शासन सात दिनों के भीतर होम्योपैथी चिकित्सकों को भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के आदेश जारी करें, आयुष विभाग से भिन्न कर राजस्थान, उत्तर प्रदेश की तर्ज पर अलग विभाग बनाएं और पूर्व में मुख्यमंत्री द्वारा कि गई जल संवर्धन बोर्ड बनाने की घोषणा पर अमल करने की मांग भी की गई। पूर्व में अनेक बार होम्योपैथी चिकित्सकों को शामिल करने की मांग को लेकर पत्र लिखे जा चुके हैं।


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