भाजपा के अभियान पर सवाल: नंबर बढ़ाने के लिए खरगोन के कांग्रेस नेताओं को ही दिला दी BJP की सदस्यता, जनता हैरान और विपक्ष परेशान


भाजपा के सदस्यता अभियान को लेकर कांग्रेस ने गंभीर आरोप लगाए हैं। खरगोन जिले में कांग्रेस उपाध्यक्ष तारासिंह मुजाल्दे को बिना जानकारी के भाजपा सदस्य बना दिया गया। इंदौर में एबीवीपी ने कॉलेज परिसर में सदस्यता अभियान का विरोध किया। भोपाल में कांग्रेस का आरोप है कि राशन दुकानों और अन्य तरीकों से भाजपा लोगों को धोखे से सदस्य बना रही है।


अनूप तिवारी
खरगोन Published On :

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यता अभियान को लेकर मध्य प्रदेश में कई विवाद सामने आ रहे हैं। इंदौर और भोपाल से लेकर छोटे जिलों तक कांग्रेस के नेताओं ने भाजपा के अभियान को फर्जी और भ्रामक करार देते हुए सवाल उठाए हैं।

 

खरगोन जिले में भी इसी प्रकार की स्थिति देखने को मिली है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष रवि नाईक ने आरोप लगाया है कि भाजपा के स्थानीय नेता पार्टी के बड़े नेताओं को खुश करने के लिए फर्जी तरीके से कांग्रेस नेताओं को भाजपा का सदस्य बना रहे हैं।

 

नाईक का दावा है कि सेगांव ब्लॉक कांग्रेस उपाध्यक्ष और गाटलाखेड़ी पंचायत के सरपंच पति तारासिंह मुजाल्दे को भाजपा ने बिना उनकी जानकारी के सदस्य बना दिया। तारासिंह को इस बात की जानकारी तब मिली जब उनके मोबाइल पर भाजपा सदस्यता का मैसेज आया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए तारासिंह मुजाल्दे ने कहा कि वह जन्मजात कांग्रेसी हैं और मरते दम तक कांग्रेस से जुड़े रहेंगे। उन्होंने अपने परिवार की कांग्रेस पार्टी से जुड़ी परंपरागत निष्ठा का भी उल्लेख किया। उनके परिवार से डॉ. गोविंद मुजाल्दे लोकसभा उम्मीदवार भी रह चुके हैं।

कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा के सदस्यता अभियान में ऐसे कई उदाहरण सामने आ रहे हैं, जहाँ लोगों को बिना उनकी सहमति के सदस्य बना दिया गया है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि पिछले 20 वर्षों से राज्य में और 10 साल से अधिक समय से केंद्र में भाजपा की सरकार होने के बावजूद लोग स्वेच्छा से भाजपा के सदस्य नहीं बन रहे हैं। ऐसे में भाजपा अपने अभियान को सफल दिखाने के लिए इस तरह का फर्जीवाड़ा कर रही है।

 

कांग्रेस नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि स्थानीय भाजपा नेता प्राइवेट कॉलेजों, सरकारी कर्मचारियों और ‘लाड़ली बहनों’ को मोबाइल लिंक भेजकर जबरन भाजपा सदस्यता ग्रहण करवा रहे हैं। इन आरोपों के बाद भाजपा के सदस्यता अभियान की सत्यता पर सवाल खड़े हो गए हैं और इस मुद्दे पर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है।

 

इससे पहले, इंदौर और भोपाल में भी भाजपा के सदस्यता अभियान पर फर्जीवाड़े के आरोप लगाए जा चुके हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उमंग सिंगार और जीतू पटवारी ने इस अभियान पर कई सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा इस प्रकार के हथकंडों से अपनी संख्या बढ़ाने की कोशिश कर रही है। इस मामले पर कई प्रतिष्ठित समाचार वेबसाइट्स ने भी रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिनमें आरोपों की विस्तृत जानकारी दी गई है।

 

अब देखना यह है कि भाजपा इन आरोपों का किस प्रकार जवाब देती है और क्या इन मामलों की कोई जांच होती है। फिलहाल, कांग्रेस के आरोपों ने भाजपा के सदस्यता अभियान की पारदर्शिता और वैधता पर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। सदस्यता अभियान को लेकर कई बार विरोध प्रदर्शन हो चुका है। इसे लेकर कुछ एक स्थान पर हिंसक घटनाएं भी हुई हैं तो बहुत सी बार भाजपाइयों को युवाओं और आम लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ा है।

 

 

इंदौर में एबीवीपी का विरोध

इंदौर में भाजपा के सदस्यता अभियान का विरोध उसकी ही सहयोगी संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने किया। एबीवीपी ने एक कॉलेज में भाजपा के सदस्यता अभियान को राजनीति का ‘अड्डा’ बनाने की कोशिश बताते हुए इसका विरोध किया। इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने बिना एबीवीपी की सहमति के परिसर में किसी भी राजनीतिक गतिविधि पर रोक लगा दी।

 

भोपाल में राशन दुकानों पर सदस्यता अभियान

भोपाल में कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया कि राशन दुकानों पर लोगों को भ्रमित करके उन्हें सदस्य बनाया जा रहा है। कांग्रेस नेता उमंग सिंगार ने कहा कि सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर भाजपा जबरन सदस्यता अभियान चला रही है। राघोगढ़ के पॉलिटेक्निक कॉलेज में भी छात्रों से धोखे से भाजपा के मेंबरशिप नंबर पर मिस्ड कॉल कराकर उन्हें सदस्य बनाया गया। कांग्रेस का यह भी दावा है कि गुना में एक रुपये में मोबाइल का बैक कवर देने का लालच देकर लोगों को भाजपा का सदस्य बनाया गया।


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