– जनपद के 27 गांव में काम शुरू, शेष के लिए निविदा का इंतजार।
महू। ग्रामीण क्षेत्रों के रहवासियों के लिए शुद्ध पानी की समस्या का स्थायी निराकरण अब जल जीवन मिशन योजना के माध्यम से होगा। महू जनपद के 106 ग्रामों में इस योजना के तहत कार्य होगा जिस पर 5176.69 लाख रुपये खर्च होंगे। तहसील के सत्ताईस ग्राम पंचायतों में इसका काम शुरू हो गया है और शेष के लिए अब निविदा का इंतजार है।
तहसील के दूर अंचलों के रहवासियों के लिए शुद्ध पानी आज भी एक समस्या बना हुआ है जिसकी पूर्ति के लिए ग्रामीणों को कड़ी मशक्कत करना पड़ रही है। लेकिन, अब इस समस्या का जल्दी ही स्थायी निराकरण हो जाएगा।
जानकारी के अनुसार, जल जीवन मिशन के तहत बनाई गई नल-जल योजना में महू जनपद के 106 ग्रामों के रहवासियों के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था की जाएगी। इस योजना पर 5176.69 लाख रुपये की राशि खर्च होगी।
इस योजना के प्रथम चरण में महू जनपद के सत्ताईस ग्रामों में इसका काम शुरू हो गया है तथा शेष बचे हुए गांवों में काम करने के लिए निविदा आंमत्रित की गई है।
महू जनपद के चार ऐसी पंचायत है जहां सबसे ज्यादा राशि खर्च होगी, जिसमें सिमरोल में 1.23 लाख, दतोदा में 1.60 लाख, सातेर में 1.65 लाख, सोनवाय में 1.29 लाख रुपये जबकि सबसे कम भुतरियाखेड़ी में मात्र 8.59 लाख रुपये की राशि खर्च की जाएगी। इस योजना से तकरीबन चार लाख लोगों को लाभ मिलेगा।
इस योजना के तहत हर ग्राम में पानी की टंकी, पाइपलाइन आदि बिछाई जाएगी। जिस गांव में पानी के लिए तालाब आदि नहीं हैं तो पास की पंचायत से पाइपलाइन डालकर व्यवस्था की जाएगी।
इस संबंध में जनपद की अध्यक्ष लीला पाटीदार ने कहा कि यह एक महत्वकांक्षी योजना है। हमारा प्रयास है कि यह योजना जल्दी पूरी हो ताकि ग्रामीणों को पानी की समस्या से छुटकारा मिल सके। इस कार्य की पूरी निगरानी हो रही है।