इन्फैंट्री डे पर महू में ‘रनवीर 6.0 मैराथन’ का आयोजन किया गया। इस आयोजन में 5,000 से अधिक धावकों ने पूरे उत्साह और जोश के साथ दौड़ लगाई। तीन वर्गों में विभाजित इस मैराथन में 17 साल के युवाओं से लेकर 70 साल के बुजुर्गों ने भी भाग लिया।
महू के योगाचार्य इंदर सिंह ने इस अवसर पर 500 बार सूर्य नमस्कार कर 5 किलोमीटर की दौड़ में भाग लिया, हाथों में तिरंगा थामकर उन्होंने दौड़ पूरी की। इस मैराथन का आयोजन गैरिसन मैदान पर किया गया, जिसमें 21 किलोमीटर, 10 किलोमीटर, और 5 किलोमीटर की विभिन्न श्रेणियों में दौड़ आयोजित की गई।
उत्सव का रंगारंग आगाज़
दौड़ से पहले सेना द्वारा रंगारंग संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कलाकारों ने जुंबा और अन्य देशभक्ति गीतों पर नृत्य प्रस्तुत कर धावकों में जोश भरा। इस दौरान सेवा के ग्लाइडरों द्वारा फूलों की वर्षा कर प्रतिभागियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम का आरंभ सुबह 5 बजे से हुआ, लेकिन धावक रात 4 बजे से ही मैदान में जुटना शुरू हो गए थे।
सैनिकों और नागरिकों की भागीदारी
इस दौड़ में सेना के जवानों के साथ-साथ उनके परिवार के सदस्य, महू, इंदौर, रतलाम, महाराष्ट्र, गुजरात, और राजस्थान से आए नागरिकों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। एक महिला ने अपने बच्चों को गोद में लेकर, जबकि एक अन्य महिला ने बच्चों को ट्राली में बैठाकर दौड़ पूरी की। इनका उद्देश्य जीतना नहीं, बल्कि इस आयोजन में भाग लेकर सेना का उत्साहवर्दन करना था।
इस मैराथन में महाराष्ट्र के वर्धा जिले से विशेष रूप से ‘ब्लेड रनर’ अशोक कुमार भी शामिल हुए, जिनका एक पैर कृत्रिम है। उन्होंने 5 किलोमीटर की दौड़ पूरी की। सेना द्वारा आयोजित इस ‘रणवीर 6.0’ कार्यक्रम में हथियारों की प्रदर्शनी और टैंकों का भी प्रदर्शन किया गया, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़े।
इन्फैंट्री डे का महत्व
यह आयोजन 1947 में श्रीनगर हवाई क्षेत्र में भारतीय पैदल सैनिकों के उतरने की याद में मनाए जाने वाले पैदल सेना दिवस के अंतर्गत किया गया। इस दिन भारतीय सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तानी आक्रमणकारियों से सुरक्षित किया था। इन्फैंट्री स्कूल, महू 2019 से फिटनेस के प्रति जागरूकता लाने और नागरिकों को सशस्त्र बलों के करीब लाने के उद्देश्य से ‘रनवीर’ मैराथन का आयोजन कर रहा है।
मैराथन की थीम: कारगिल विजय की 25वीं वर्षगांठ
इस बार ‘रणवीर 6.0’ का आयोजन कारगिल विजय की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में किया गया। इस अवसर पर थल सेना के माइक्रो लाइट विमानों द्वारा फ्लाई पास्ट भी किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल (रिटायर्ड) वी. एन. थापर थे। सभी प्रतिभागियों को पदक और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया, जबकि विजेताओं को विभिन्न श्रेणियों में आकर्षक पुरस्कार प्रदान किए गए।