इंदौर। यूं तो मध्यप्रदेश में भू-माफियाओं पर एक मिशन के तहत कार्रवाई कर पुलिस और प्रशासन हर पीड़ित की फरियाद सुनकर उसे न्याय दिलाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन इंदौर में एक प्लॉट के एवज में तय की गई रकम नहीं मिलने का आरोप लेकर कई दिनों से पुलिस स्टेशन के चक्कर काट रहे एक युवक ने आखिरकार आत्मदाह करने का फैसला किया।
मामला इंदौर के द्वारकापुरी थाना क्षेत्र के विदुर नगर के 30 बाय 50 के प्लॉट का है। युवक का आरोप है कि धर्मेंद्र जैन और सतपाल तोमर ने प्लॉट के पैसे नहीं दिए हैं और उसका प्लॉट हड़प लिया है।
द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में रहने वाला महेश दीपाले अपने प्लॉट पर कब्जे की शिकायत कई दफा द्वारकापुरी थाने में कर चुका था, लेकिन द्वारकापुरी पुलिस कोई सुनवाई नहीं कर रही थी।
लिहाजा हर मंगलवार को होने वाली पुलिस जनसुनवाई में युवक महेश केरोसिन लेकर पहुंचा और रीगल चौराहे स्थित पुलिस कंट्रोल रूम के अंदर महेश ने खुद पर केरोसिन डाल कर आग लगाने की कोशिश की। लेकिन, पुलिस की सतर्कता से युवक की जान बच गई।
एसपी महेशचंद्र जैन ने बताया कि
एक फर्जी पत्रकार प्रेमशंकर द्वारा महेश को आत्महत्या के लिए उकसाया गया है जिसको हिरासत में ले लिया गया है और पूछताछ कर उस पर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
हालांकि अब सवाल ये उठ रहे हैं कि आखिर युवक की सुनवाई थाने पर क्यों नहीं की गई और पुलिस जनसुनवाई में कब तक आत्महत्या की कोशिशों के मामले सामने आते रहेंगे और ताजा मामले में क्या पुलिस कितनी जल्दी कार्रवाई करती है।