इंदौर। नए साल के मौके पर शहर के मुनरो कैफे में आयोजित एक स्टैंड-अफ कॉमेडी शो में प्रस्तुति देने पहुंचे कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी के लिए मुश्किलें बढ़ती नजर आ रहीं हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, यूपी पुलिस ने कॉमेडियन फारूकी को अपनी गिरफ्त में लेने के लिए इंदौर सेंट्रल जेल और सीजेएम कोर्ट में प्रोडक्शन वारंट प्रस्तुत किया है। बताया जा रहा है कि एक अप्रैल 2020 में जॉर्ज टाउन पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ दर्ज मामले में यह प्रोडक्शन वारंट पेश किया गया है।
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में इंदौर के मुनरो कैफे में एक शो के दौरान हिंदू देवताओं और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ कथित तौर पर अभद्र टिप्पणियां करने को लेकर गिरफ्तार किए गए कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी की जमानत याचिका को मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने गुरुवार को स्थगित कर दिया था।
कारण था इंदौर पुलिस द्वारा केस डायरी बनाने में नाकाम रहना, जिसने फारूकी की गिरफ्तारी में कोई देरी नहीं की थी। इस मामले में गिरफ्तार किए गए फारूकी और चार अन्य स्टैंड-अप कॉमेडियन की जमानत याचिका पहले ही निचली अदालतों ने खारिज कर दी है।
Sources confirmed that UP police has submitted a production warrant to Indore Central Jail and CJM court for Faruqui’s production in an April 2020 case lodged against him at George Town police station@SreenivasanJain @GargiRawat @alok_pandey
https://t.co/qnCLbeItpJ via @ndtv— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) January 17, 2021
मुनव्वर फारूकी के वकील अंशुमान श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि यह पुलिस द्वारा फारूकी को परेशान करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली रणनीति थी। जमानत याचिका पर अब अगले सप्ताह सुनवाई होगी।
मुनव्वर फारूकी और नलिन यादव की ओर से जमानत की अर्जी दी गई थी और मामले को उच्च न्यायालय के समक्ष सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया था। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा जमानत आवेदकों की ओर से पेश हुए थे।
श्रीवास्तव ने टीवी चैनल एनडीटीवी से बातचीत में बताया था कि व्यक्तिगत रूप से उनका मानना है कि यह पुलिस की ओर से लापरवाही है कि वे समय पर केस डायरी प्रस्तुत नहीं कर सके। हमने उच्च न्यायालय से अनुरोध किया था कि वह आज ही तुकोगंज पुलिस स्टेशन से केस डायरी प्रस्तुत करने के लिए पुलिस को निर्देश दे, जहां मामला दर्ज किया गया है। लेकिन चूंकि मामला पहले ही स्थगित कर दिया गया था, इसलिए उच्च न्यायालय ने इसे एक सप्ताह के बाद अगली तारीख पर सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।
फारूकी और चार अन्य स्टैंड-अप कॉमेडियन को एक जनवरी को नए साल के मौके पर हिंदू देवताओं का अपमान करने और कोविड -19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। मुनव्वर फारूकी, नलिन यादव, एड्विन एंथोनी, प्रखर व्यास और प्रियम व्यास को एक स्थानीय संगठन के प्रमुख एकलव्य सिंह गौर (स्थानीय विधायक और पूर्व इंदौर महापौर मालिनी गौर का बेटा) की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें 13 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।