इंदौर। कोरोना के कारण हुए इस लॉकडाउन के दौरान भी पिछले साल की ही तरह स्थितियां नज़र आ रही हैं। महाराष्ट्र से काफी संख्या में प्रवासी मज़दूर लौट रहे हैं। इस बार भीड़ पिछले साल जैसी तो नहीं है, लेकिन लौट रहे इन मजदूरों की स्थिति तकरीबन वैसी ही है।
इस बीच इन लोगों को इंदौर की पुलिस का सहारा मिल रहा है। राऊ बायपास पर पुलिस का बेहद मानवीय चेहरा देखने को मिल रहा है। जहां पुलिस इन प्रवासी मज़दूरों को चौबीसों घंटे खाना खिला रही है।
इस बार यह पहल पुलिस वालों ने खुद ही शुरू की है। राऊ बायपास पर टेंट लगाकर चौबीसों घंटे भोजन की व्यवस्था की गई है। जहां दिनभर में हज़ारों की संख्या में प्रवासी रुककर भोजन कर रहे हैं।
इन यात्रियों के लिए यह व्यवस्था पूरी तरह मुफ़्त है जिसका खर्च पुलिसकर्मी खुद वहन कर रहे हैं। इन पुलिसकर्मियों को यहां हर तरह की ज़िम्मेदारी का पालन करना है। भोजन के दौरान मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे बचाव का पालन भी करवाया जा रहा है।
प्रवासी मज़दूरों के लिए इस व्यवस्था की शुरुआत स्थानीय राऊ थाने में तैनात निरीक्षक नरेंद्र रघुवंशी ने की है। वे और उनके स्टाफ के दूसरे सभी कर्मचारी अपने रोज़ाना के काम के दौरान तो समय निकालकर प्रवासियों के लिए की गई इस भोजन व्यवस्था का जायज़ा लेते ही हैं। साथ ही अपने काम को खत्म करने के बाद भी यहां पहुंचते हैं और खुद ही काम में जुट जाते हैं।
इस दौरान तकरीबन सभी प्रवासी मज़दूरों को भोजन परोसते हैं उनका हालचाल जानते हैं और अपनी ओर से मदद भी उन्हें दे देते हैं। तेज़ गर्मी से बचाव के लिए कुछ देर ठहरने, बैठने और ठंडे पानी के लिए अलग व्यवस्था की गई है। इस व्यवस्था का खर्च थाना निरीक्षक रघुवंशी खुद ही उठा रहे हैं।