इंदौर। कोरोना वायरस संक्रमण का असर देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में देखने को मिला है, जिसमें लाखों लोगों की मौत के साथ ही आर्थिक रूप से चोट भी लगी है।
हालांकि, अब कोरोना वैक्सीन के आने से लोगों को थोड़ी राहत मिली है। भारत में कोरोना वैक्सीन लगाने की शुरुआत 16 जनवरी से होने वाला है। इसी कड़ी में इंदौर जिले में कोरोना वैक्सीनेशन 16 जनवरी से प्रारंभ होगा।
पहले फेज में हेल्थकेयर वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा, जिसमें शासकीय एवं निजी चिकित्साकर्मी व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शामिल हैं। जिले में इनकी कुल संख्या 12 हजार 411 चिन्हित की गई है।
टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गाडरिया ने बताया कि
शनिवार 16 जनवरी से कोरोना बचाव वैक्सीन लगना शुरू हो जाएगा। ये वैक्सीन दो डोज़ में लगाए जाएंगे। पहला डोज़ लगने के 28 दिन बाद दूसरा डोज़ लगाया जाएगा। वैक्सीन 18 वर्ष की उम्र पार कर चुके लोगों को लगाया जाएगा। साथ ही जो व्यक्ति को कोरोना से ठीक हो चुके हैं, उन्हें कोरोना मुक्त होने के चार से आठ हफ्ते के बाद ही वैक्सीन लगाया जाएगा। साथ ही गर्भवती महिलाओं को यह वैक्सीन नहीं लगाया जाएगा। कोविड-19 वैक्सीन का डोज 0.5 एमएल है। इसे एडी सीरिंज का उपयोग कर दाई भुजा में आईएम लगाया जाएगा। टीकाकरण के बाद 30 मिनट तक टीकाकरण केंद्र पर ही व्यक्ति को रोका जाएगा। टीकाकरण के बाद असमान्य लक्षण दिखने पर तुरंत आशा या एएनएम को सूचित किया जाएगा।
बता दें कि इंदौर शहर में कोरोना वैक्सीन का पहला टीका सफाईकर्मी आशा पवार, विनोद शिंदे, संतोष सुखदेव और अशोक मेढ़ा को लगना है। वहीं, स्वास्थ्य अधिकारियों में सीएमएचओ डॉ. पूर्णिमा गाडरिया, डॉ. अमित मालाकार, डॉ. तरुण गुप्ता और जिला विस्तार व माध्यम अधिकारी डॉ. मनीषा पंडित को भी टीका लगेंगे। पांच सेंटर होने की वजह से टीके की शुरुआत पांच लोगों से होगी।
टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर हर जगह काफी उत्साह है। कोरोना टीकाकरण केंद्रों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। साथ ही इन केंद्रों पर जो भी प्रक्रिया होगी उसे वेबकास्टिंग के माध्यम से दिल्ली में बैठे अधिकारी सीधे देख सकेंगे।
जानकारी के मुताबिक, रविवार से मंगलवार तक कोरोना वैक्सीन टीकाकरण नहीं होगा। शुक्रवार सुबह दो घंटे ड्राय रन हुआ, जिनकी ड्यूटी लगाई गई है, उन्हें बुलाकर रिहर्सल की गई है। जोनल अधिकारी वैक्सीन लेकर सुबह साढ़े आठ बजे केंद्र पर पहुंचेंगे।