इंदौर। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के बीच सरकारी नुमाइंदों ने इसे ही मुनाफा कमाने का एक आसान तरीका अपना लिया है। इंदौर के एक निगमकर्मी ने लोगों तक सस्ते दाम पर डीजल बेचने का गोरखधंधा शुरू कर रखा था और सरकारी वेतन के अलावा अतिरिक्त आय के रूप में वो न जाने कब से सरकारी वाहन में से डीजल चोरी कर बेचने का काम करता था।
हालांकि, उक्त निगमकर्मी की इस हरकत का खुलासा शनिवार रात को उस वक्त हो गया जब वो जूनी इंदौर थाना क्षेत्र के पलसीकर कॉलोनी में जन्नत आइसक्रीम के सामने गाड़ी से चोरी कर डीजल बेच रहा था।
निगम के गाड़ी नंबर एमपी09जीएच5361 को निगम का ड्राइवर रोहित पिता प्रकाश चौहान वर्कशॉप से निगम के कार्य के लिए लाया था। पलसीकर कॉलोनी में उसने गाड़ी में से डीजल निकालकर एक शख्स को डिब्बे में दे दिया।
इस पूरे माजरे को निगम के वर्कशॉप में ही कार्यरत प्रधान लिपिक रोहित पिता ललित गवली ने देख लिया और उसे रंगेहाथो पकड़ भी लिया, लेकिन आरोपी चालक रोहित किसी तरह वहां से भाग निकला।
इस मामले की जानकारी लिपिक ने निगम के आला अधिकारियों को दी। वहीं ड्राइवर के साथ बैठे क्लीनर रोहित करोसिया ने भी अधिकारियों को ड्राइवर द्वारा डीजल चोरी की शिकायत की।
इसके बाद मौके पर पहुंचे निगम के उपयंत्री हिमांशु सिंह द्वारा जूनी इंदौर पुलिस को शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने ड्राइवर रोहित चौहान के खिलाफ अलग-अलग धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
बता दें कि ये पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी इस तरह के मामले सामने आते रहे हैं, लेकिन कहीं कर्मचारियों के आका उन्हें बचा लेते हैं तो कभी निगम का कोई बड़ा नुमाइंदा।