इंदौर। भारत में शनिवार को दुनियाभर में सबसे बड़े वैक्सीनेशन कार्यक्रम की शुरुआत इंदौर के पांच केंद्रों पर सुबह करीब 11 बजे से हुई। इंदौर में पहला टीका महाराजा यशवंतराव (एमवाय) अस्पताल में जिला अस्पताल की स्वास्थ्यकर्मी आशा पवार को लगाया गया।
वहीं, अरबिंदो अस्पताल में सबसे पहला टीका चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सीमा डागर को लगा। पांच टीकाकरण केंद्रों पर सुबह नौ बजे से टीका लगने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी।
इंदौर में एमवाय के अलावा राजश्री अपोलो अस्पताल, अरविंदो अस्पताल, बॉम्बे अस्पताल और कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) के मॉडल अस्पताल नंदा नगर में टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं।
इसके अलावा शहर के कई वरिष्ठ डॉक्टर्स भी पहले ही दिन यह वैक्सीन लगवाने जा रहे हैं जिनमें प्रमुख रूप से एमजीएम मेडिकल कॉलेज डीन डॉक्टर संजय दीक्षित, सीएमएचओ डॉक्टर पूर्णिमा गडरिया, सिविल सर्जन डॉक्टर संतोष वर्मा, डॉक्टर अर्चना वर्मा, डॉक्टर रवि डोसी, डॉक्टर एके पंचोनिया, डेंटल कॉलेज के पूर्व डीन डॉक्टर बीएम श्रीवास्तव, डॉक्टर आरके सोडानी, डॉक्टर संजय गुजराती सहित के नाम सामने आए हैं।
रोजाना 100-100 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाया जाएगा और हफ्ते में चार दिन टीकाकरण होगा।
बता दें कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अरण्य से प्रदीप उपाध्याय ने बॉम्बे अस्पताल, पीसी सेठी अस्पताल से राजेश निगम ने शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाणगंगा से वीके चौरसिया ने अरविंदो अस्पताल, मांगीलाल चूरिया शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से अनिल चुघ ने राजश्री अपोलो अस्पताल तथा मांगीलाल चूरिया केंद्र से सीपी मूंदड़ा ने ईएसआईसी मॉडल अस्पताल तक वैक्सीन पहुंचाई।
आख़िर पहुँच गई वैक्सीन। इस लम्हें का इन्तज़ार दुनियाँ को एक अरसे से था। इंदौर आज इन ऐतिहासिक पलों की गवाही देगा। @WHO @PMOIndia #covidvaccine pic.twitter.com/DPoswgl5HA
— Collector Indore (@IndoreCollector) January 16, 2021