इंदौर। 85 साल की मनुबाई पति स्व. रामचंद्र बोला निवासी पीपल चौक निवासी खजराना की रविवार को कई बीमारियों के कारण निधन हो गया था। परिजनों ने महिला के शव का अंतिम संस्कार खजराना स्थित श्मशान घाट पर किया था।
दाह संस्कार के बाद परिजन अपने घर लौट आये थे और मंगलवार सुबह जब तीसरा के कार्यक्रम के लिए मृतका के अस्थि संचय के लिए परिजन खजराना श्मशान पहुंचे तो जिस जगह मृतका का अंतिम संस्कार किया गया वहां से अस्थियां सहित राख गायब हो गई थी।
अस्थियां गायब हो जाने को लेकर जब परिजनों ने श्मशान घाट प्रबंधन और कर्मचारियों से पूछताछ की तो किसी ने ठीक से जबाव नहीं दिया। लिहाजा, परिजनों का आक्रोश बढ़ गया और कुछ देर में ही हंगामे की स्थिति बन गई।
इसके बाद मामला खजराना पुलिस तक जा पहुंचा। पुलिस ने हंगामे की स्थिति को रोका और परिजनों को लगा कि पुलिस मामला नहीं सुलझा पाएगी तो परिजनों ने श्मशान से अस्थियां गायब होने की शिकायत सीएम हेल्पलाइन को भी कर दी।
अस्थियां कहां गई और कौन ले गया जब इस बारे में कर्मचारियों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अनभिज्ञता के चलते कोई और परिजन अस्थियां ले गए होंगे। दूसरी तरफ, परिजन विनोद बोला ने बताया कि कर्मचारी बता रहे हैं कि अन्य लोग आकर अस्थियां लेकर चले गए। ये मनगढ़ंत बात है और मौके से अस्थियां किसी ने उठाई और पूरी जगह को झाड़ू से साफ कर दिया।
विनोद की मानें तो यदि कोई भी अस्थियां ले जाता है तो पूजा-पाठ तो करता है, लेकिन श्मशान में इस बात का नामोनिशान नहीं है। आज तीसरा है और खेड़ीघाट अस्थि विसर्जन के लिए जा रहे थे। ऐसे में कर्मचारी उन्हें अस्थियां लाकर दें।
कुछ लोगों ने बताया कि निगम के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते ये सब कुछ हुआ है जिसकी शिकायत की गई है।
बता दें कि तांत्रिक क्रियाओं के चलते ऐसी घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि तंत्र-मंत्र के नाम पर किसी ने अस्थियां गायब कर दी होंगी।
फिलहाल, अब पुलिस के सामने ये पेंचीदा केस सामने आया है जिसमें उन्हें मृतका के शव की अस्थियों को गायब करने वालों की तलाश करनी है।