इंदौर। मानसून की पहली बारिश में क्षेत्र को तरबतर कर दिया। इंदौर और आसपास के इलाकों में करीब 3 घंटे तक हुई बारिश ने कई इंतजामों की पोल खोल कर रख दी। सुबह करीब दस बजे शुरू हुई बारिश दोपहर एक बजे तक लगातार जारी रही। इस दौरान कई जगह पेड़ गिरे तो कई जगह बिजली के खंभे जमीन की गीली होने के कारण झुक गए। पाताल पानी का झरना भी तेज बारिश के कारण बह निकला। जिसे देखने के लिए लोग भी पहुंचने शुरू हो गए।
वहीं राऊ क्षेत्र में नाले में अचानक तेज़ पानी आया जिसके चलते एक युवक उसमें बह गया। जानकारी के मुताबिक युवक का नाम अयान है जो कि महू का रहने वाला है और राऊ में काम करता है। अयान को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है।
निकाय चुनाव से ठीक एक दिन पहले इंदौर में हुई इस बारिश ने शहर के कई इंतजामों की पोल खोल कर रख दी। शहर में जगह-जगह जल निकासी ना होने के कारण पानी भर चुका था। मतदान की तैयारी का स्थल बन चुका नेहरू स्टेडियम भी इस अव्यवस्था से नहीं बचा रहा। यहां बारिश के कारण मतदान दलों को खासी परेशानी हुई।
शहर के अंदर तो दूर बाहर हाईवे पर भी काफी मात्रा में पानी जमा हो रहा था जिसके कारण कई स्थानों पर दुर्घटनाएं भी देखी गई। लोगों के मुताबिक दुर्घटनाएं कम विजिबिलिटी के कारण हो रही थी। के साथ ही तेज बारिश के कारण सड़क पर देख पाना भी मुश्किल हो रहा था।
महू शहर का हाल तो इससे भी ज्यादा खराब रहा। यहां निर्माण कार्यों के दावों की भी पोल खुल गई। पीठ रोड पर गुर्जर खेड़ा रेलवे ओवर ब्रिज में काफी पानी भर गया और यहां चलना भी मुश्किल हो गया। हालत ये थी इसकी स्कूली बच्चे गले तक पानी में डूब कर किसी तरह यह अंडर ब्रिज पार कर रहे थे। बताया जाता है कि इस दौरान यहां छोटे बच्चे डूब रहे थे जिन्हें किसी तरह बाहर निकाला जा रहा था। यहां हर तरह की गंदगी इस पानी में समाई हुई है और लोग इसके बावजूद यहां से निकलने को मजबूर हैं।
बताया जाता है कि यहां नाली की सफाई ना होने के कारण भी गंदगी काफी मात्रा में जमा हो रही थी जो पहली ही बारिश में उफन पड़ी।
इस ब्रिज के निर्माण के समय से ही यहां पानी की निकासी के इंतजाम करने की मांग उठाई जा रही थी जिसे रेलवे ने दरकिनार कर दिया और अब इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
महू के मध्य भारत अस्पताल में भी पानी भर गया यहां मरीज किसी तरह खुद को पानी से बचाते नजर आए। यहां एक्स-रे रूम में भी पानी भर गया जिसके कारण खासी अव्यवस्था बनी रही।
बारिश के कारण शहर के पारसी अग्यारी घर की दीवार टूट कर गिर गई। इस दौरान कुछ वाहनों में थोड़ा नुकसान हुआ लेकिन किसी को चोट नहीं आई। शहर में बारिश के कारण और भी कई जगहों पर अव्यवस्थाएं देखी गई लेकिन छावनी परिषद के कोई भी अधिकारी लोगों की मदद के लिए मौके पर नजर नहीं आए। छावनी परिषद के अधिकारियों ने यह इसकी भी परवाह नहीं की कि उनके कार्यक्षेत्र में इस अव्यवस्था के चलते कोई बड़ी घटना हो सकती थी।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग बारिश से परेशान हुए। यहां तेज बारिश के कारण कई खेतों की मेड़ टूट गई और उनमें पानी भर गया। ऐसे में किसान अपने खेतों को बचाते नजर आए।
कई किसानों के खेतों की पाइप लाइन बारिश में बहने लगी थी जिसे उन्होंने किसी तरह बचाया। बहुत से किसानों ने हाल ही में बोवनी की थी और पहले ही पानी में खेतों में पानी भर गया।