इंदौर। शहर की स्वर्ण बाग कॉलोनी की बिल्डिंग में लगी आग में 7 लोगों की दर्दनाक मौत के बाद पुलिस ने इसके जिम्मेदार को खोज निकाला है।
पुलिस ने शनिवार देर रात शुभम उर्फ संजय दीक्षित नाम के शख्स को पकड़ा है। इसके बारे में सीसीटीवी से जानकारी मिली थी। मैं साफ नजर आ रहा था कि दीक्षित पेट्रोल छिड़ककर एक दो पहिया वाहन पर आग लगाई जो बाद में पूरी बिल्डिंग में फैल गई।
संजय दीक्षित हादसे में मृत आकांक्षा अग्रवाल से एक तरफा प्रेम करता था और कुछ दिनों पहले ही आकांक्षा की शादी कहीं और तय हो गई थी जिससे वह बेहद नाराज था। इसी का बदला लेने के लिए उसने आकांक्षा की मोपेड को जलाने की सोची थी। लेकिन संजय की हरकत 7 लोगों के लिए जानलेवा साबित हुई।
हादसे की खबर मिलने के बाद वह बेहद घबरा गया। उसके मुताबिक वह सरेंडर करना चाहता था लेकिन उसे बहुत डर लग रहा था। हालांकि पुलिस ने जानकारी के आधार पर उसे लोहामंडी क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया।
इंदौर की स्वर्णबाग कॉलोनी में लगी आग में 7 लोगों की मौत और 9 झुलस गए थे। पुलिस ने मामले में CCTV की जांच के बाद आरोपी संजय दीक्षित को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने इकतरफा प्रेम में आकर एक वाहन में आग लगाई थी।#IndoreFire@CP_INDORE pic.twitter.com/SamxY0nf43
— Deshgaon News (@DeshgaonNews) May 8, 2022
विजय नगर थाना क्षेत्र के टीआई तहसील काजी के मुताबिक आरोपी संजय कुछ समय तक दिल्ली में भी रहा है और वहां भी उसकी गतिविधियों की जांच की जा रही है।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए टीआई ने बताया कि आरोपी रात 2:54 पर बिल्डिंग में दाखिल हुआ और 3:01 पर उसने मोपेड में आग लगा दी और निकल गया।
उल्लेखनीय है कि इस घटना में 7 लोगों की मौत हुई और 9 लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। 2 अब तक पहचाने नहीं जा सके हैं ऐसे में उनका डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा।
घटना में मृत लोग ग्वालियर, बैतूल और देवास के रहने वाले हैं। इनमें एक दंपत्ति भी शामिल हैं।
इस घटना के बाद इंदौर नगर निगम पर भी सवाल उठने लगे हैं। जिस बिल्डिंग में आग लगी वह केवल 15 वर्ग फिट में बनाई गई थी और उसमें 10 कमरे थे। बताया जा रहा है कि बिल्डिंग में आग और आपातकालीन परिस्थितियों से बचने के इंतजाम नाकाफी थे।