इंदौर। मध्य प्रदेश में बारिश का इंतजार बेसब्री से किया जा रहा है। इस बार अच्छा मानसून होने की संभावना थी लेकिन अब तक अच्छी बारिश नहीं हुई है। बीते दिनों कुछ इलाकों में पानी बरसा जिसके बाद खरीफ की फसल की बुवाई के लिए किसान तैयार थे लेकिन इसके बाद बारिश नहीं हुई और तापमान बढ़ता रहा। ऐसे में किसानों को एक बार फिर बोवनी में देरी होने की आशंका है। वहीं आसपास के जिलों में देखें तो कई जगह बारिश के बाद बड़े पैमाने पर किसानों ने बोवनी पूरी कर दी है।
बीते साल 15 जून के आसपास इंदौर जिले के ज्यादातर किसानों ने फसलों की बोवनी शुरू कर दी थी लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। मध्य प्रदेश में मानसून पहुंचने को लेकर मौसम विभाग ने जो जानकारियां दी किसानों ने उसके हिसाब से अपनी तैयारियां की थी लेकिन मानसून अब तक नहीं आया है। ऐसे में किसान आसमान की ओर टकटकी लगाकर बारिश का इंतजार कर रहे हैं।
भगोरा क्षेत्र के किसानों ने बताया कि अब अगले दो दिनों में बारिश नहीं हुई तो संकट खड़ा हो सकता है। इस इलाके में कुछ किसानों ने शुरुआती बारिश के साथ ही बनी कर दी थी लेकिन इसके बाद से बारिश नहीं हुई। बारिश नहीं होने के कारण तापमान भी लगातार बढ़ रहा है ऐसे में जिन किसानों ने जमीन में बीज रूप दिए हैं उनके सड़ने का भी खतरा मंडरा रहा है।
महू तहसील में किसान संघ से जुड़े सुभाष पाटीदार बताते हैं कि इस बार सोयाबीन बीज की लागत करीब दस हजार रु प्रति क्विंटल की है और जिन किसानों ने इतना महंगा बीज लेकर बुवाई कर दी है वह बारिश की इस देरी से खासे परेशान हैं। इन किसानों को डर है कि अगर बारिश नहीं हुई तो बढ़े हुए तापमान के कारण बोए गए बीज में फफूंद लग जाएगी और वह सड़ जाएगा।
इस बीच मौसम विभाग के मुताबिक मौसम विभाग के बंगाल की खाड़ी में सक्रिय होने वाली एक प्रणाली से राज्य में 27 जून से तीन जुलाई के बीच अच्छी बारिश होने की संभावना है।