इंदौर। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान मंगलवार को इंदौर में थे। यहां उन्होंने IIT इंदौर में केंद्रीय विद्यालय का दौरा किया। उनके साथ प्रदेश के उच्चशिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव भी यहां पहुंचे थे। इस दौरान स्कूली छात्रों ने प्रधान का गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया और लावणी और कश्मीरी नृत्य की प्रस्तुति दी। यहां हुए इस स्वागत कार्यक्रम में बच्चों ने उन्हें मंत्रोच्चारण के साथ तिलक किया। कार्यक्रम में मंत्री प्रधान ने सरस्वती देवी की मूर्ती का पूजन भी किया। शिक्षा मंत्री ने बच्चों के हुनर और आत्मविश्वास को मंत्रमुग्ध करने वाला बताया। उन्होंने इंदौर में हुए इस कार्यक्रम की काफ़ी तारीफ़ की।
Mesmerised by the talent, aptitude, skills and confidence of students at KV, @IITIOfficial.
These global citizens of tomorrow will provide inspired leadership to India and the world. pic.twitter.com/kOzVHcQgee
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) May 3, 2022
शिक्षा मंत्री प्रधान ने यहां अपने संबोधन में सभी को अक्षय तृतीया की शुभकामनाएं देते हुए केंद्रीय विद्यालय आईआईटी इंदौर के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की प्रशंसा की। उन्होंने भविष्य में विद्यालय को शिक्षा की प्रयोगशाला बताया।
उन्होंने नई शिक्षा नीति के अनुसार चार वर्ष के नए शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम को आईआईटी इंदौर में प्रारंभ करने के लिए आईआईटी के निदेशक प्रो. सुहास जोशी से अनुशंसा की| इसके बाद उन्होंने परिसर में संचालित बाल वाटिका के बच्चों तथा शिक्षकों में बच्चों के साथ बातचीत की।
शिक्षा मंत्री के साथ भारत सरकार के उच्च शिक्षा विभाग शिक्षा मंत्रालय के सचिव संजय के. मूर्ति, आईआईटी के रजिस्ट्रार एस.पी. होता एवं केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य मनोज कुमार सादराणी भी मौजूद रहे। यहां मंत्री महोदय ने संस्थान के प्रशासनिक और अकादमिक कार्यों की भी जानकारी ली। इसके साथ ही केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य मनोज कुमार ने शिक्षा मंत्री विद्यालय की अकादमिक गतिविधियों और उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।