– दो भैंसों की हालत अभी भी बहुत गंभीर, बचने के आसार नहीं।
इंदौर। देपालपुर तहसील के गांव बडोली होज में दहशत का माहौल है। यहां पिछले तीन दिनों से हो रही गाय-भैंसों की मौत से गांव में दहशत का माहौल बन गया है।
दो गाय व दो भैंसों की मौत के बाद आज एक भैंस व गाय के बछड़े की गंभीर गलाघोंटू बीमारी से मौत हो गई। दो भैंसें अभी भी गंभीर स्थिति में तड़प रही हैं। इस मामले में शासकीय पशु चिकित्सालय की घोर लापरवाही सामने आई है।
इन बीमारियों के सरकारी टीके लगते हैं, जो समय रहते पशुओं को नहीं लगाए जा रहे। किसानों ने बताया कि पशुओं को सरकारी स्तर पर टीके लगाने का काम बहुत कम हो रहा है।
किसान परमानंद दयाल के अनुसार पिछले पांच सालों में हमारे घर व गांव में मवेशियों को किसी भी बीमारी के सरकारी टीके नहीं लगे। एक साल पहले गांव के ही किसान कृष्णा जाधव ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की थी कि गांव में पशु चिकित्सा विभाग की तरफ से टीके नहीं लगाए गए।
कृष्णा जाधव की भैंस की भी पिछले साल गलाघोंटू बीमारी से मौत हो गई थी, लेकिन इस बार तो गलाघोंटू बीमारी ने गंभीर रूप लेकर पूरे गांव में दहशत का माहौल बना दिया है।
किसान परमानंद दयाल के अनुसार आज उनका लाखों रुपये का नुकसान भैंस-गायों की मौत से हुआ जिसका जिम्मेदार पशुपालन विभाग है।
भारतीय किसान मजदूर सेना के प्रदेश अध्यक्ष बबलू जाधव ने इस मामले की शिकायत इंदौर उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं से लेकर मुख्यमंत्री तक की है।
अपनी इस शिकायत में उन्होंने बताया है कि पशुपालन विभाग की घोर लापरवाही है। जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही किसानों को जो नुकसान हुआ उसकी पूर्ति शासन स्तर पर की जाए।
पहले भी इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन विभाग की तरफ से जांच के नाम पर सिर्फ कागजों में खानापूर्ति कर फाइलों में लीपापोती हो जाती है।
उन्होंने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होना चाहिए और जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होना चाहिए। शासन स्तर पर तत्काल किसान को आर्थिक मदद मुहैया कराई जाए।