महू। दो हजार रु की उधारी पर हुए विवाद में एक युवक की उसके रिश्तेदारों ने ही हत्या कर दी और लाश हाईवे किनारे फेंक दी। हत्या का खुलासा तब हुआ जब बुआ के पास गए एक युवक की हत्या कर दी गई और शव को राष्ट्रीय राजमार्ग पर फेंक दिया। पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक हेमंत बिरजे ने बताया कि 28 सितंबर को मानपुर थाना क्षेत्र के एबी रोड पर एक युवक की लाश मिली थी। पुलिस ने जब इस मामले में जांच पड़ताल की तो इस हत्याकांड में मृतक के जीजा, बुआ फूफा और दो भाई आरोपी निकले।
अधिकारी के अनुसार 26 सितंबर को सुनील मालीवाड़ का अपने फूफा उदयराम से विवाद हुआ था। पुलिस ने जब उदय राम से कड़ी पूछताछ की तो उसने बताया कि सुनील ने उसके जीजा जगदीश कॉलेज से 2 हजार रु उधार लिए थे और बार-बार मांगने पर मृतक उक्त राशि नहीं दे रहा था। इसके बाद 26 सितंबर को सुनील शराब के नशे में उदय राम के घर पहुंचा। जहां दोनों के बीच विवाद हुआ। ये विवाद इतना बढ़ गया कि जगदीश, उदयराम और जितेंद्र ने सुनील के साथ मारपीट की।
इस दौरान जगदीश ने फलिया से सुनील के सिर पर जोरदार प्रहार किया। इससे सुनील वहीं बेहोश होकर गिर पड़ा। इसके बाद में आरोपी जगदीश, उदयराम, जितेंद्र, राजू ने मिलकर लाश को बिचोली पुलिया के पास फेंक दिया ताकि कोई उसे पहचान ना सके।
पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।इस हत्याकांड का पर्दाफाश करने में पुलिस अधीक्षक हेमंत बिरदे के मार्गदर्शन में एसपी ग्रामीण शशिकांत कनकने, एसडीओपी दिलीप चौधरी, मानपुर थाना प्रभारी अजीत सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ऐसे हुई शंका
इस हत्याकांड के खुलासे के पीछे मृतक के पिता परसराम के बयान महत्वपूर्ण रहे। मृतक सुनील मारवाड़ के निधन के बाद जब उसके घर पर उसका अंतिम संस्कार व अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे थे तब फूफा जीजा नहीं आ रहे थे।
इसी बीच आनंदीबाई और उसके पति उदय राम ने अपने जानवरों को बेच दिया और वे अपना कुछ और सामान भी बेच रहे थे। इस पर मृतक के पिता परशुराम को शंका हुई। उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी प्रसाद ने बताया कि उनका बेटा सुनील अपनी बुआ के घर के लिए गया हुआ था वहीं से गायब हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने इसकी जानकारी निकालकर जांच की तो मामले का खुलासा हुआ।