इंदौर में कोरोना के छह मरीजों में मिला यूके स्ट्रेन, स्थिति बिगड़ी तो नाइट कर्फ्यू की भी संभावना


मामले में सीएम ने बैठक लेकर कोरोना के नए यूके वेरिएंट को सख्ती से रोकने के निर्देश दिए हैं। तीन दिन तक संक्रमण की स्थिति को देखेंगे, यदि संक्रमण कम नहीं होता है तो नाइट कर्फ्यू पर विचार किया जाएगा।


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इन्दौर Updated On :
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इंदौर। इंदौर के लिए एक बुरी खबर आ रही है। लगातार बढ़ते कोरोना के प्रकोप के बीच अब नए यूके स्ट्रेन ने दस्तक दे दी है। 20 फरवरी को स्ट्रेन जांच के लिए दिल्ली भेजे गए 106 सैंपल में से 6 में UK स्ट्रेन की पुष्टि हुई है।

संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि छह में UK वेरियंट के स्ट्रेन मिले हैं। यह वेरियंट ज्यादा तेजी से फैलता है। आशंका है कि कोरोना ज्यादा तेजी से फैल सकता है इसलिए रोको-टोको अभियान को तेजी और ज्यादा सख्ती से लागू करना होगा।

मामले में सीएम ने बैठक लेकर कोरोना के नए यूके वेरिएंट को सख्ती से रोकने के निर्देश दिए हैं। तीन दिन तक संक्रमण की स्थिति को देखेंगे, यदि संक्रमण कम नहीं होता है तो नाइट कर्फ्यू पर विचार किया जाएगा।

बता दें कि इसके पहले विदेश से आए दो लोगों में UK स्ट्रेन की पुष्टि हुई थी। संभागायुक्त ने कहा कि जिनमें नए स्ट्रेन मिले हैं, उनके संपर्क में आने वालों की हिस्ट्री खंगाली जा रही है। इनके ट्रैवल, परिजनों की जानकारी के लिए टीम इनके घर पहुंची थी।

वहीं, कोविड नोडल अधिकारी अमित मालाकार ने बताया कि हमने नए स्ट्रेन का पता लगाने के लिए दिल्ली सैंपल भेजे थे। इनमें से राजेंद्र नगर का एक, तेजाजी नगर इलाके के तीन, पलासिया क्षेत्र का एक, वहीं प्रेम नगर इलाके का एक मरीज मिला है।

यह स्ट्रेन 10 से लेकर 40 तक के मरीजों में पाया गया है। ये सभी पुरुष हैं और संक्रमण के बाद होम आइसोलेशन में हैं। इसमें से किसी भी मरीज की विदेश आने-जाने की हिस्ट्री नहीं है। ये मरीज 10 से 15 फरवरी के बीच संक्रमित पाए गए थे।

संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजने के आदेश दिए थे। उन्होंने कहा कि कोरोना खत्म नहीं हुआ है, बल्कि नए केस आ रहे हैं। इसके बाद अलग-अलग लेबोरैटरी से चुने गए सौ सैंपल दिल्ली भेजे गए थे।

ये सैंपल भी अलग-अलग श्रेणी के मरीजों से लिए गए थे। डॉ. सलिल साकल्ले ने पिछले 6 दिनों में सामने आए कोरोना के मामलों का मैपिंग डाटा प्रस्तुत किया था। दोबारा संक्रमित होने तथा संक्रमितों में एंटी बॉडी लेवल पर भी चर्चा की गई थी।

संभागायुक्त ने जिले के एक्टिव कोरोना केस में सिम्पटोमेटिक, होम आइसोलेट तथा अस्पताल में इलाज करवा रहे लोगों की जानकारी लेने के भी निर्देश दिए थे।


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