महू में देश का पहला व दुनिया का दूसरा इन्फेंट्री पैदल सेना का म्यूजियम अब आम लोगों के लिए खुला


इन्फेंट्री म्यूजियम में आने के लिए आम जनता www.infantrymuseummhow.com पर जाकर ऑनलाइन टिकट बुक करा सकती है, जिसका प्रति व्यक्ति शुल्क 50 रुपये है। 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए यह निःशुल्क रहेगा।


अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :
infentry museum mhow

महू (इंदौर)। देश का का पहला व दुनिया का दूसरा इन्फेंट्री पैदल सेना का म्यूजियम महू में तैयार किया गया है जो 16 दिसंबर शुक्रवार यानी आज आम जनता के लिए विधिवत रूप से खोला गया।

महू शहर के माल रोड पर सेना द्वारा इन्फेंट्री रिसर्च सेंटर और म्यूजियम तैयार किया गया है जहां इन्फेंट्री के 1747 से लेकर 2020 तक के गौरवशाली इतिहास, शौर्य व बलिदान को थ्रीडी प्रिंटर से तैयार स्टेच्यू, म्यूरल्स व तस्वीरों के जरिये दिखाया गया है।

इन्फेंट्री म्यूजियम के उद्घाटन के मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) देवराज अंबू, पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, एसएम उपस्थित रहे जिन्होंने इस मौके पर सम्मानित दिग्गजों, नागरिक, गणमान्य व्यक्तियों और महू के सभी सेवारत अधिकारियों का स्वागत किया।

 

उन्होंने कहा कि संग्रहालय को इन्फेंट्री स्कूल के तत्वावधान में थीम लाइन के साथ इन्फेंट्री को प्रदर्शित करने के इरादे से स्थापित किया गया है।

“इन्फेंट्री: द अल्टीमेट” परियोजना की कल्पना जुलाई 2003 में एक राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण हॉल सह अनुसंधान केंद्र के रूप में की गई थी। यहां आपको 1747 से 2020 तक के इन्फेंट्री के इतिहास की समृद्ध विरासत, हमारे गौरवशाली अतीत की झलक और मूर्तियों, भित्ति चित्रों और फोटो गैलरी में संरक्षित हमारे बहादुर सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान की झलक देखने को मिलेगी।

 

माल रोड पर लगभग दो एकड़ क्षेत्रफल में फैले तीन मंजिला इन्फेंट्री रिसर्च सेंटर और म्यूजियम का ग्राउंड फ्लोर ही सिर्फ जनता के लिए खोला गया है।

17 दिसंबर से ऑनलाइन बुकिंग हो जाएगी शुरू – 

16 दिसंबर को विधिवत उद्घाटन के बाद 17 दिसंबर से ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से आम लोग इस म्यूजियम को देखने के लिए आ सकेंगे।

म्यूजियम में प्रवेश करते ही भारतीय सेना में फील्ड मार्शल के पद पर रहे केएस करिअप्पा और सेम मानेकशॉ का 630 किलो वजनी ब्रॉन्ज स्टेच्यू लगाया गया है। यहां आने वाले लोगों की नजर सबसे पहले इन्हें ही देखेगी।

इसके बाद म्यूजियम के ग्राउंड फ्लोर पर ओेरिएंटेशन रूम बनाया गया है जहां आम जनता बैटल ऑफ प्लासी 1757, बैटल ऑफ सारागढ़ी 1897, बैटल ऑफ बक्सर, भारत-पाक युद्ध 1965 और 1971 के साथ ही शिवाजी, सुभाषचंद्र बोस, महाराजा रणजीत आदि के बारे में जान सकेगी।

साथ ही इस म्यूजियम में 1757 से लेकर इन्फेंट्री की वेशभूषा में किए गए विभिन्न बदलावों को भी लाइव तस्वीरों के माध्यम से देख सकेंगे। ओेरिएंटेशन रूम में दी गई सभी जानकारी को अलग-अलग कमरों में म्यूरल्स, स्टेच्यू व तस्वीरों के माध्यम से दिखाया गया है।

सोमवार को रहेगा बंद –

यह इन्फेंट्री रिसर्च सेंटर और म्यूजियम सप्ताह में छह दिन खुला रहेगा और सोमवार को बंद रहेगा। सप्ताह के छह दिन सुबह 11.30 से शाम 5 बजे तक जा दर्शक यहां आ सकेंगे।

इन्फेंट्री म्यूजियम में आने के लिए आम जनता www.infantrymuseummhow.com पर जाकर ऑनलाइन टिकट बुक करा सकती है, जिसका प्रति व्यक्ति शुल्क 50 रुपये है। 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए यह निःशुल्क रहेगा।

जानकारी के मुताबिक, अभी शुरुआत के कुछ दिन वहां काउंटर से भी टिकट उपलब्ध करवाया जाएगा। म्यूजियम के ग्राउंड फ्लोर को देखने में करीब 45 मिनट का समय लगेगा।


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