महू। कोरोना संक्रमितों का इलाज अब महू के सरकारी अस्पताल में ही हो सकेगा। स्थानीय प्रशासन ने मध्यभारत अस्पताल में ही बीस बिस्तरों की व्यवस्था की है। अस्पताल का नया भवन इसके लिए उपयोग में लिया जाएगा। यहां कम खर्च में ही इलाज की व्यवस्था हो सकेगी। यह सुविधा सोमवार से शुरू की जाएगी।
इस काम में प्रशासन की मदद पाथ इंडिया फाउंडेशन द्वारा की जा रही है। अस्पताल में पांच दिन तक मरीज़ भर्ती हो सकेंगे और यहां करीब पंद्रह हज़ार रुपये का खर्च आएगा। इसमें दवाओं के अलावा नाश्ता और दोनों वक्त का भोजन शामिल होगा।
इस पैकेज में कम दरों पर स्वास्थ्य जांचें भी की जा सकेंगी। अस्पताल में पहले ही एक एक वेंटिलेटर की व्यवस्था की गई है इसे चलाने के लिए एक विशेषज्ञ की सेवाएं ली जाएंगी। कोरोना मरीज़ों के लिए अब तक महू और इंदौर के निजी अस्पतालों में ही इलाज करवाना पड़ रहा है जहां लाखों रुपये तक खर्च आ रहा है।
पाथ इंडिया के नितिन अग्रवाल ने बताया कि वे अपनी संस्था की ओर से यहां सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे हैं। इनमें दो एंबुलेंस के अलावा पाथ इंडिया के पंद्रह कर्मचारियों का स्टाफ भी होगा।
इसके अलावा पाथ इंडिया स्वास्थ्यकर्मी मुहैया कराने का भी काम करेगा। इनमें पांच नर्सें भी शामिल होंगी। रविवार को एसडीएम ने सभी दानदाताओं के साथ मिलकर व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
इस अस्पताल में सरकारी डॉक्टरों के अलावा शहर को दो अन्य डॉक्टरों की सेवाएं भी ली जा रहीं हैं। इनमें डॉ. विवेक दुबे और डॉ. अशोक मेवाड़ा शामिल हैं। एसडीएम अभिलाष मिश्रा ने बताया कि कोविड यूनिट में चौबीसों घंटे नज़र रखी जाएगी और इसके लिए सीसीटीवी कैमरे भी यहां लगाए जा चुके हैं।
यहां रोगी के परिजनों के आने पर उन्हें सीधे मिलने की इजाज़त नहीं होगी लेकिन वे कैमरे के माध्यम से उन्हें देख सकेंगे और फोन पर ही उनका हाल जान सकेंगे।