इंदौर। महू तहसील इन दिनों बुरी तरह संक्रमण की चपेट में आ है। यहां लगभग रोज़ना ही बड़ी संख्या में नए संक्रमित मिल रहे है। ज्यादातर बार इनकी संख्या इतनी होती है जितनी कई जिलों में भी मिलने वाले संक्रमितों की नहीं होती है। हालांकि उन जिलों से उलट यहां पर्याप्त व्यवस्थाएं भी नहीं हैं।
शनिवार को महू में संक्रमितों की अब तक की सबसे बड़ी संख्या देखी गई। यहां 243 नए संक्रमित मिले हैं। अप्रैल के महीने में ही यहां करीब 1542 नए संक्रमित मिल चुके हैं। इस तरह हर दिन औसतन 90 संक्रमित महू में मिलते रहे हैं। ज़ाहिर है यह औसत आंकड़ा राज्य सरकार द्वारा जारी की जाने वाली लिस्ट में बहुत से जिलों से भी ज्यादा है।
महू इंदौर जिले की सबसे प्रभावित तहसील रही है। यहां संक्रमण से अब तक सौ लोगों की मौत हो चुकी है और करीब पांच हज़ार लोग संक्रमण का शिकार हुए हैं। फिलहाल तहसील का शायद ही ऐसा कोई गांव हो जहां संक्रमण नहीं पहुंचा है और फिलहाल तो ज्यादातर संक्रमित ग्रामीण इलाकों में ही मिल रहे हैं।
महू में संक्रमितों की मौत की जानकारी को लेकर भी दावे और सच्चाई में फर्क हो सकता है। ख़बरों की मानें तो बहुत सी मौतें कोरोना संक्रमण के कारण हुईं लेकिन उन्हें सरकारी आंक़ड़ों में जगह नहीं मिली। तहसील में इनकी संख्या काफी है।
वहीं शनिवार के ही दिन महू के गूजरखेड़ा श्मशान में नौ शव जले। श्मशान समिति से मिली जानकारी के मुताबिक इनमें से सात शवों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के द्वारा किया गया। हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों में मृतकों की संख्या केवल चार ही बताई गई थी।