इंदौर। महू में एक 6 साल के बच्चे का अपहरण कर हत्या कर दी गई। अपहरण के ऐवज़ में चार करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई थी लेकिन मामला की खबर फैलने के डर से बच्चे की हत्या मुंह में कपड़ा ठूसकर गला दबाकर की गई है और हत्या करने वाला बच्चे के चाचा के लड़के हैं। इनमें एक का नाम विकास है वहीं रितेश ने बच्चे अपहरण किया।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक दोनों ने ही अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। घटना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं। मामले में पुलिस ने 15 टीमें बनाई थीं और यह मामला केवल तीन घंटे में ही खोल दिया गया।
इस बीच बच्चे के परिवार ने अपहरण की ऐवज़ में देने के लिए चार में से तीन करोड़ रुपये का इंतजाम भी कर लिया था और उनके हर एक कदम की पल पल की जानकारी अपरहकर्ता तक पहुंच रही थी। पुलिस की इस तत्परता से आरोपी घबराए हुए थे।
इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
कांग्रेस नेता विजेंद्र सिंह चौहान के भतीजे हर्ष चौहान का अपहरण कर हत्या करने का दुखद मामला सामने आया है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) February 6, 2023
मामला कांग्रेस नेता विजेंद्र सिंह चौहान के घर से जुड़ा है। उनके छोटे भाई जितेंद्र सिंह चौहान का छह साल का बेटा हर्षू (6) रविवार शाम 6 बजे से घर से लापता था। वह घर के पास खेलते-खेलते गायब हो गया था। इसके बाद परिवार के लोगों ने उसकी तलाश शुरु की लेकिन बच्चा नहीं मिला।
इस दौरान पिता जितेंद्र के पास एक फोन आया और उसमें बच्चे के बदले चार करोड़ रुपये देने की बात कही। जितेंद्र ने यह फोन स्पीकर पर रखा था जिसके चलते परिवार के सभी लोगों को इसकी खबर लग गई और बात फैल गई। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई।
पुलिस ने नंबर ट्रेस किया तो किसी आगर मालवा में रहने वाले व्यक्ति की जानकारी मिली। इसके बाद उस व्यक्ति की जानकारी निकाली गई तो पता चला कि उसके पास एक साल से सिम नहीं थी।
इस बीच पुलिस ने भी बच्चे की तलाश शुरु कर दी थी। इसके साथ कॉल करने वाले नंबर की लोकेशन तलाश की गई तो वह खंडवा मार्ग पर मिली। पुलिस ने इसके बाद खरगोन खंडवा-बलवाड़ा पुलिस को सतर्क किया। यह सिम रितेश नाम के लड़के पास मिली। जिसे खरगोन पुलिस ने पकड़ लिया।
इस मामले में रितेश के साथ चौहान परिवार का ही एक दूसरे रिश्तेदार का बेटा विकास भी था। विकास रितेश के साथ मिला हुआ था और कहा जाए तो इस अपहरण की योजना उसी ने बनाई थी। वह राऊ रेलवे क्रॉसिंग की सीसीटीवी में उसकी ही तरह दिखने वाला एक युवा बच्चे के साथ नजर आया लेकिन परिवार को इसका विश्वास नहीं हुआ क्योंकि वह लगातार उनके साथ ही हर्षू की खोज करने में लगा था। विकास इसके बाद लगातार पुलिस और परिवार की हर बात की जानकारी रितेष को दे रहा था।
दरअसल उसने परिवार को झांसा दिया। वह हर्षू को लेकर आईआईएम तक गया और वहां से उसने उसे विकास को सौंप दिया जो उसे कार में बैठाकर खंडवा रोड की ओर ले गया।
अपहरण के बाद विकास घर वापस आ गया और परिवार के साथ हर्षू को खोजने का नाटक करने लगा। इस दौरान परिवार ने तीन करोड़ रुपये का इंतजाम तक कर लिया था। यह पैसे आसपास के लोगों से उधार लिये गए। इसकी जानकारी भी विकास ने अपने साथी रितेष को दी। हालांकि इस बीच पुलिस को विकास की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही थी।
पुलिस ने कॉल ट्रेस के आधार पर रितेष को पकड़ा था और अब उससे पूछताछ जारी थी। इस दौरान वह लगातार घटना को नकारता रहा लेकिन बच्चे की हत्या करने वाला यह निर्मम युवा पुलिस की थोड़ी सी सख्ती से ही टूट गया और उसने पुलिस के सामने पूरी कहानी बयां कर दी।
पुलिस को उसने बताया कि हर्षू को वह सैंडल मंडल तक साथ लाया था। उसे लगातार पुलिस की जांच की जानकारी मिल रही थी और डर लग रहा था कि लोग उसे पहचान लेंगे। इसके चलते उसने हर्षू की गला दबाकर हत्या कर दी और लाश को वहीं जंगल में फेंक आया पुलिस ने आरोपित रितेश को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को रितेश ने विकास के बारे में भी जानकारी दे दी और महू पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
इस दौरान घटना की जानकारी महू में दी जा चुकी थी। पुलिस टीम और परिजन पहुंच रहे थे। वहां खरगोन पुलिस ने बच्चे का शव बरामद कर लिया। परिजनों ने पहुंचकर शव की पहचान कर ली और एक हसते खेलते परिवार में दर्द का चीत्कार समा गया।
बच्चे के माता-पिता बदहवास हैं। उन्हें नहीं पता कि उनके साथ ऐसा क्यों हुआ। उनके अपनों ने ही उन्हें जिंदगी भर का यह दुख क्यों दिया। रविवार शाम तक जो बच्चा अपने घर के सामने खेल रहा था और उसकी आवाज़ घर में गूंज रही थी अब उसका अंतिम संस्कार किया जा चुका है। बच्चे की मां के लिए इससे बड़ा कोई दुख नहीं है। वह अब भी हर्षू की आवाज़ को सुन रही है लेकिन उसे लाख कोशिश के बाद भी लेकिन वह नज़र नहीं आ रहा।
एसपी (ग्रामीण) भगवंत सिंह बिरदे ने इस पूरी घटना के बारे में जानकारी दी। किशनगंज टीआई कुलदीप खत्री ने बताया कि हत्या के दोनों आरोपियों को रितेश (20) पिता सुभाष और विकास को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी विकास रिश्ते में जितेंद्र चौहान का भांजा है। सीसीटीवी फुटेज में विकास ही हर्षू का हाथ पकड़कर रेलवे पटरी के पास ले जाते हुए दिखाई दे रहा है।
पुलिस ने बताया कि विकास ने पूछताछ के दौरान कुबूला है कि बच्चे के गुम हो जाने पर गांव में भीड़ बढ़ती दिखाई दी, तो उसने अपने चचेरे भाई रितेष को कॉल कर पूरी जानकारी दी। उसने विकास से कहा कि अब मामला बिगड़ गया है। गांव में बहुत भीड़ इकट्ठी हो गई है। जिसके बाद से दोनों में घबराहट बढ़ गई। टीआई ने बताया कि रितेश ने बाई ग्राम के जंगल में हर्षू के मुंह में कपड़ा ठूसकर उसका गला दबाकर हत्या कर दी।