इंदौर। महू जनपद सीईओ मंत्री उषा ठाकुर की कठपुतली के रूप में काम कर रहे हैं। महू जनपद पंचायत में कांग्रेसी सरपंच, जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्यों को जनपद सीईओ द्वारा प्रताड़ित और अपमानित किया जा रहा है। ऐसे में सीईओ के खिलाफ़ अगर कार्रवाई नहीं की गई तो कांग्रेस द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।
यह कहना था पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार का, जो सोमवार को महू जनपद कार्यालय में पहुंचे थे। दरअसल इन दिनों कांग्रेस कुछ सचेत और सक्रिय नजर आ रही है। आने वाले दिनों में महू में राहुल गांधी का दौरा होना है ऐसे में महू के कांग्रेसियों को एकजुट करने की कवायद हो रही है। इसी के तहत दरबार रोजाना कांग्रेसियों की मीटिंग ले रहे हैं और उनसे उनका हाल जान रहे हैं।
ऐसे में जनपद पंचायत का मामला इन दिनों काफी सुर्ख़ियों में है जहां कांग्रेसियों की सुनवाई न के बराबर हो रही है। दरअसल इन दिनों मंत्री उषा ठाकुर की राजनीति चर्चाओं में है वे अपने दल और कांग्रेस में अपने विरोधियों के खिलाफ़ जमकर कार्रवाई कर रहीं हैं। इस दौरान कांग्रेसी नेताओं पर तो कुछ ज्यादा ही सख़्ती की जा रही है।
पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार इन्हीं मसलों को लेकर मुखर होकर सामने आ रहे हैं और इसीलिए उन्होंने जनपद सीईओ हेमंत सिंह चौहान पर भाजपा के इशारे पर कांग्रेस के चुने हुए जनप्रतिनिधियों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है।
दरबार ने आरोप लगाया कि सीईओ चौहान भाजपा नेताओं और सरपंच द्वारा किये गए अनैतिक व अवैध कार्यों को नजरअंदाज कर सिर्फ कांग्रेस के सरपंचों जनप्रतिनिधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि सीईओ के खिलाफ जांच कर कार्रवाई नहीं की गई तो कांग्रेस द्वारा जल्द ही एक उग्र आंदोलन किया जाएगा।
दरबार ने यहां पर संबोधित करते हुए कहा कि जनपद सीईओ हेमंत सिंह चौहान जो कार्यप्रणाली अपना रहे हैं उससे लगता है कि वह मंत्री के दत्तक पुत्र हैं और उनकी कठपुतली बनकर काम कर रहे हैं।
कांग्रेसियों ने तहसीलदार अभिषेक शर्मा को दिए गए एक ज्ञापन में बताया गया कि भाजपा के कई पूर्व सरपंचों के खिलाफ जांच कर भारी भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं लेकिन उनके खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई जबकि मेल पंचायत के पूर्व सरपंच के खिलाफ जांच कर उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए तथा उन्हें चुनाव करवाने के लिए प्रताड़ित किया गया। जनपद सीईओ हेमंत सिंह चौहान इन दिनों अपनी मनमानी कर रहे हैं। उनके खिलाफ एफआईआर कर कार्रवाई नहीं की गई तो कांग्रेस द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।
दरबार ने कहा कि सरपंच शपथ विधि समारोह में भी कांग्रेसी सरपंच जनप्रतिनिधि किया गया और वह शपथ समारोह पूरी तरह भाजपा का बना दिया गया। ग्राम पंचायतों में हुए कार्यक्रमों में भी वहां के कमरे से सरपंच को बुलाकर हारे हुए भाजपा उम्मीदवारों को अतिथि बनाया जाता है। इस धरना प्रदर्शन में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सदस्य यादव, रामेश्वर पटेल, अशोक सैनी, रमाबाई, रुकमणी निनामा, सुभाष पाटीदार, संजय मामा आदि मौजूद रहे।