इंदौर। ईद और अक्षय तृतीया के एक साथ होनेबके कारण लगभग पूरे संभाग में पुलिसिया व्यवस्था चाक चौबंद थी। इस बीच धार्मिक विवादों के लिए दशकों पहले बदनाम रहे महू में स्थिति पर नज़र रखना भी जरूरी रहा। यहां पुलिस और प्रशासन ने ईद और परशुराम जयंती दोनों के लिए ही पर्याप्त व्यवस्था की थी। सुबह ईद की नमाज़ शांति से अदा हुई और शाम को परशुराम जयंती की शोभायात्रा निकाली गई। इस शोभायात्रा में हजारों की संख्या में ब्राम्हण समाजजन शामिल हुए।
इस यात्रा का हरिफाटक चौराहे पर भव्य स्वागत भी हुआ। ख़ास बात यह थी कि यह स्वागत मुस्लिम समाज जनों ने किया। यहां चौराहे पर मंच सजाकर यात्रा में शामिल समाज के वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान किया गया। इस दौरान किसी तरह का धार्मिक या राजनीतिक अलगाव देखने को नहीं मिला। इससे पहले परंपरानुसार शहर के कई लोग ईद की शुभकामनाएं देने के लिए ईदगाह पहुंचे और मुस्लिम समाजनों से गले मिलकर ईद की शुभकामनाएं दीं।
महू की नजदीकी क्षेत्र कोदरिया में भी परशुराम जयंती के दिन खासी भीड़ भाड़ रही। यहां ब्राम्हण समाज के लोगों ने जुलूस निकाला। जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हुए।