अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती के मौके पर जानापाव में बड़ा धार्मिक आयोजन हुआ। मोहन यादव मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार यहां पहुंचे थे लेकिन ना तो यहां मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के स्तर के अनुसार पर्याप्त संख्या में भीड़ थी और ना ही व्यवस्था। सभा के दौरान एक मौके पर नजर आया जैसे मुख्यमंत्री को यह भी नहीं मालूम था कि महू के विधायक कौन है, हालांकि यह गलती उन्होंने बाद में सुधार भी ली।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव में भगवान परशुराम का अभिषेक किया तथा पूजा अर्चना के बाद यहां एक सभा को संबोधित किया।
मोहन यादव मुख्यमंत्री बनने के बाद यहां पहली बार पहुंचे लेकिन मुख्यमंत्री के हिसाब से यहां कार्यकर्ता अच्छी संख्या में नहीं जुड़ पाए।
सभा में बमुश्किल 500 कार्यकर्ता पहुंचे थे। इनमें से ज्यादातर सामाजिक कारणों के चलते भी थे। सभा के दौरान मंच पर प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, स्थानीय विधायक उषा ठाकुर, इंदौर के विधायक गोलू शुक्ला, इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव, भाजपा के जिलाध्यक्ष चिंटू वर्मा, मनोज ठाकुर, जितेंद्र शर्मा सहित बड़ी संख्या में नेता हुआ कार्यकर्ता मौजूद थे।
मुख्यमंत्री का पहली बार यहां पहुंचना चर्चाओं का विषय रहा क्योंकि लोकसभा चुनाव को देखते हुए जिस हिसाब से भाजपाईयों की उपस्थिति होनी चाहिए थी वह इस बार तो नहीं थी।
सीएम महू विधायक को नहीं जानते!
मंच पर सभा के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उसे समय पंडाल में हलचल मचा दी जब उन्होंने कहा कि उषा ठाकुर जब यहां की विधायक थी तो उन्होंने यहां बहुत काम करवाया था। इसे सुनकर लोग हैरान रह गए। हालांकि मंच पर बैठी उषा ठाकुर ने तुरंत कहा कि मैं अभी भी यहां की विधायक हूं। इस पर यादव ने अपनी भूल सुधार ली हालांकि इससे तय हो गया कि उन्हें महू की विधायक के संबंध में कोई खास जानकारी नहीं थी।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री इंदौर जिले के विधायकों को ही भूल गए। महू विधानसभा की विधायक उषा ठाकुर को उन्होंने पूर्व बता दिया।#MadhyaPradesh @DrMohanYadav51 @KailashOnline pic.twitter.com/4ceNj5byRt
— Deshgaon (@DeshgaonNews) May 11, 2024
सियासी कमतरी!
सीएम यादव ने मंच से मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की खूब तारीफ की और उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। उनका विजयवर्गीय के कसीदे पढ़ना और महू विधायक को लगभग भूल जाना, इससे मौके पर ही सियासी कमतरी का अहसास ठाकुर और उनके समर्थकों के चेहरों पर दिखाई देने लगा।
पुराने वादे पुराने रहे…
इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों का पूरा विकास किया जाएगा हालांकि यह बयान जानापाव के संबंध में ही था लेकिन सीएम यादव पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समय यहां करोड़ों रू के विकास योजनाओं के बारे में कुछ नहीं बोले। उल्लेखनीय है कि इन कागज़ी योजनाओं पर आज भी जमीनी काम शुरू नहीं हुआ है।
शुक्ला और दरबार को नहीं मिला कोई महत्व
इस कार्यक्रम में महू जनपद अध्यक्ष सरदार मालवीय, पंडित कपिल शर्मा, पुराने भाजपाई होकर कांग्रेस में जाकर फिर लौटने वाले राम किशोर शुक्ला, पुराने कांग्रेसी से अब भाजपाई हुए अंतर सिंह दरबार सहित बड़ी संख्या में नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे। इस मंच पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं राम किशोर शुक्ला और अंतर सिंह दरबार को कोई खास महत्व नहीं दिया गया जबकि दरबार ने तो सीएम यादव और विजयवर्गीय की प्रशंसा में अखबारों में जमकर विज्ञापन दिए थे लेकिन भाजपा के ऐसे बर्ताव से इनके समर्थक निराश बताए जाते हैं।