सैन्य प्रशासन के विरोध में महू छावनी के नागरिकों अनोखा विरोध प्रदर्शन


सैन्य प्रशासन ने कटीले तार लगाकर यहां की मॉल रोड से मिलने वाले कुछ रास्ते बंद कर दिए हैं। ये वही रास्ते हैं जिनसे सिविलियन मॉल रोड पर जाते हैं। यब स्थिति पिछले छह-सात महीनों से बनी हुई है। स्थानीय पत्रकार दिनेश सोलंकी अब इसी मुद्दे पर एक नाटक तैयार कर रहे हैं।


अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :
महू छावनी में इस तरह से बंद किए गए हैं मॉल रोड से मिलने वाले नागरिक बस्तियों के रास्ते


इंदौर/महू। देश की सबसे पुरानी सैन्य छावनियों में शुमार महू छावनी में इन दिनों सिविलयन यानि आम नागरिकों और सैन्य प्रशासन के बीच इन दिनों बैर की स्थिति बन गई है। बैर भी ऐसा है कि अब नागरिक सैन्य प्रशासन को शर्मिंदा करने के लिए एक नाटक खेल रहे हैं जिसका नाम है शर्म करो ।

इसकी वजह सैन्य प्रशासन का एक फैसला है जिसके तहत उन्होंने कटीले तार लगाकर यहां की मॉल रोड से मिलने वाले कुछ रास्ते बंद कर दिए हैं। ये वही रास्ते हैं जिनसे सिविलियन मॉल रोड पर जाते हैं।

सैन्य प्रशासन का यह फैसला कोरोना वायरस से बचाव का एक उपाय था लेकिन अब जब प्रधानमंत्री खुद कई बार अनलॉक के अलग-अलग चरणों की घोषणा कर रहे हैं तो फिर महू छावनी में सैन्य प्रशासन को भी इन रास्तों को खोल दिया जाना चाहिए था।

सैन्य प्रशासन ने इन रास्तों को किसी सरहद की तरह बंद किया हुआ है। जहां कटीले तार बिछाकर, बैरिकेडिंग कर दी गई है। माल रोड़ से जोड़ने वाले पांच रास्तों को इसी प्रकार बंद कर दिया गया है। यह स्थिति पिछले छह महीनों से बनी हुई है।

मॉल रोड पर सुबह शाम सैर करने वाले लोग आते हैं। यह सड़क दो रहवासी इलाकों के बीच है और एक अस्पताल भी यहां मौजूद है। ऐसे में कई रास्ते बंद होने से लोगों को लंबी दूरी पार करके एक से दूसरे इलाके में जाना पड़ रहा है।  इस बारे में कई बार सैन्य प्रशासन तक बात पहुंचाई जा चुकी है लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

स्थानीय पत्रकार दिनेश सोलंकी इस बारे में लगातार शिकायत करते आए हैं। वे कई बार अख़बारों, सोशल मीडिया के माध्यम से भी अपनी बात कह चुके हैं लेकिन सैन्य प्रशासन ने जैसे अपनी आंखें और कान बंद कर रखे हैं।

इस रवैये से परेशान होकर अब सोलंकी ने एक नई पहल की है। उन्होंने एक नाटक तैयार किया है शर्म करो। इस पटकथा में कलाकार सैन्य प्रशासन पर आम नागरिकों को परेशान करने के लिए तंज़ कस रहे हैं।

‘शर्म करो’ नाटक की रिहर्सल का एक दृश्य

कलाकार कह रहे हैं कि मॉल रोड पर आवारा पशु बीते की दशकों से घूम रहे हैं जिन्हें सैन्य प्रशासन हटा नहीं सका है और लेकिन आम नागरिकों के मॉल रोड पर आने पर उन्हें आपत्ती है। इस नाटक की रिर्हसल हालही में शुरु हुई है और जल्दी ही इसका मंचन किया जाएगा।

यह है स्थिति…  सेना के मॉल रोड़ व भायाजी मार्ग को जोड़ने वाले कई रास्तों पर सेना ने कटीले तार लगा दिये हैं। बंद किए गए मार्गो में चना गोदाम से माल रोड, मदर मेरी स्कूल से माल रोड़, शहनाई गार्डन  से मॉल रोड, चंपावाला बाग से माल रोड विगत सात माह से बंद हैं। मॉल रोड को इसे पार कर तेलीखेड़ा, गोशाला, धारनाका की और जाने के लिए राहगीरों को प्रताप बाल मंदिर रोड या फिर  डीएसओआई क्लब से पुराने पेट्रोल पंप होते हुए जाना पड़ रहा है।

नागरिकों को हो रही इस परेशानी के बारे में महू छावनी परिषद की उपाध्यक्ष और प्रथम नागरिक  अरूणा दत्त पांडे कहती हैं…

छावनी अधिशासी अधिकारी के माध्यम् से सेना के अधिकारी को पत्र भेज कर सभी मार्ग खोलने  को कहा है। जिम्मेदार अधिकारी  अभी छुट्टी पर हैं लेकिन आश्वासन मिला है कि जल्दी ही इस पर निर्णय लिया जाएगा। इसके अलावा आगामी बोर्ड बैठक में भी इस मुद्दे को रखा जाएगा।


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