मरीजों के सामने आपस में झगड़ रही मध्यभारत अस्पताल की डॉक्टर, एक दूसरे पर लगा रहीं गंभीर आरोप


एक डॉक्टर ने दूसरी पर नाबालिगों का गर्भपात करवाने जैसे आरोप तक लगा दिए, पढ़े लिखकर डॉक्टर बनी इन महिलाओं का हाल देखकर मरीज़ भी अचरज में।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :

मरीजों की सेवा करने वाला शासकीय मध्य भारत अस्पताल अब रोगियों के मनोरंजन का केंद्र बन गया है, और इसका मनोरंजन हो रहा है चिकित्सकों की आपसी लड़ाई के रूप में, जो मंगलवार को देखने को मिली। अब मरीजों के सामने चिकित्सकों द्वारा एक-दूसरे को अपने पक्ष में खींचने की कोशिशें आम हो गई हैं, और गर्भपात जैसे गंभीर आरोप भी खुलेआम लगाए जाने लगे हैं।

 

कभी रेफर अस्पताल के नाम से मशहूर मध्य भारत अस्पताल अब चिकित्सकों की आपसी लड़ाई का केंद्र बन गया है। दो महिला चिकित्सक खुलेआम मरीजों के सामने एक-दूसरे पर आरोप लगा रही हैं और मरीजों को अपने से इलाज करवाने के लिए बाध्य कर रही हैं। इसका एक उदाहरण मंगलवार दोपहर को देखा गया, जब दो महिला चिकित्सकों के विवाद ने पूरी डॉक्टर बिरादरी को शर्मसार कर दिया। यह देखकर मरीज भी कहने अचरज में पड़ गए कि पढ़े-लिखे डॉक्टर भी इस प्रकार की लड़ाई कर सकते हैं।

 

मंगलवार दोपहर को अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ रीना चुरिहार ने एक अन्य महिला चिकित्सक अरूणिका मालविका के कक्ष में जाकर मरीजों के सामने उन पर अनेक आरोप लगाए। उन्होंने वहां मौजूद मरीजों से कहा कि वे उनके कक्ष में जाकर इलाज करवाएं, लेकिन मरीजों ने स्पष्ट रूप से कह दिया कि वे काफी देरी से आती हैं और उन्हें किसी और से इलाज करवाने की इच्छा है। इसी मुद्दे पर अरूणिका के कक्ष में काफी बहस हुई, जिसमें रीना ने यह आरोप भी लगाया कि अरूणिका नाबालिक लड़कियों और अन्य महिलाओं को गोली देकर अवैध गर्भपात करवा रही हैं।

वहीं, डॉक्टर अरूणिका मालविका ने कहा कि वे समय पर आकर परेशान मरीजों का इलाज करती हैं, जो उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि अगर कोई इलाज नहीं करवाना चाहता है तो वे क्या कर सकती हैं? इस विवाद को देखकर वहां मौजूद सैकड़ों मरीज आश्चर्यचकित थे कि पढ़े-लिखे डॉक्टर भी इस प्रकार की हरकत कर सकते हैं।

डॉक्टर रीना चुरिहार का कहना है कि अरूणिका के पति इस अस्पताल के प्रभारी हैं और वे उनके पद का गलत फायदा उठा रहे हैं। वे गर्भवती महिलाओं को गोली देकर उनका गर्भपात भी करवा रहे हैं और अन्य मरीजों को बाहर भेज रहे हैं। वहीं, डॉक्टर अरूणिका का कहना है कि जब रीना चुरिहार देरी से आईं, तब वे परेशान महिलाओं का इलाज कर रही थीं। उन्होंने कहा कि रीना ने उनके कक्ष में आकर अपशब्द कहे और उन्हें मानसिक प्रताड़ना दी। अरूणिका ने यह भी कहा कि उन्होंने नाबालिक लड़की को किसी प्रकार की गर्भपात की गोली नहीं दी और सब कुछ मानवता के नाते किया।

वहां मौजूद महिला रोगियों ने भी कहा कि डॉक्टर रीना चुरिहार ने डॉक्टर अरूणिका के कक्ष में आकर अभद्र व्यवहार किया और उन्हें जबरदस्ती इलाज करवाने की बात कही। डॉक्टर रीना चुरिहार लगातार मानसिक रूप से परेशान कर रही हैं।

 

इस संबंध में अस्पताल प्रभारी योगेश सिंगारे ने कहा कि इस विवाद की जानकारी मिली है और इसकी जांच करवाई जा रही है। पूरी जानकारी उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। डॉक्टर रीना चुरिहार ने आरोप लगाया था कि डॉक्टर अरूणिका गर्भपात की गोलियां दे रही हैं, लेकिन इस संबंध में कोई ठोस सबूत नहीं दे पाईं।

 

उल्लेखनीय है कि महिला चिकित्सकों के आपसी विवाद के चलते कुछ समय पूर्व ही दो चिकित्सकों ने अपनी नौकरी छोड़ दी थी। मध्य भारत अस्पताल में चल रहे इस विवाद को न तो कलेक्टर सुलझा पाए हैं और न ही सीएमएचओ विधायक उषा ठाकुर इस मामले में कुछ कर पाई हैं। इसी विवाद के चलते सीएमएचओ सेतिया कुछ दिन पूर्व महू आए थे, लेकिन उन्होंने शासकीय अस्पताल में आना उचित नहीं समझा।



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