चालानी कार्रवाई पर रोक तथा किराये में बढ़ोतरी की मांग को लेकर 26 को थमे रहेंगे बसों के चक्के


पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों का असर अब सड़क पर दिखने लगा है। ऐसे में आम वाहनों के साथ ही बसों और ट्रकों का संचालन भी अब कठिन होता जा रहा है। लिहाजा, इंदौर में शुक्रवार को बस संचालन ठप रहेगा।


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इन्दौर Published On :
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इंदौर। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों का असर अब सड़क पर दिखने लगा है। ऐसे में आम वाहनों के साथ ही बसों और ट्रकों का संचालन भी अब कठिन होता जा रहा है। लिहाजा, इंदौर में शुक्रवार 26 फरवरी को बस संचालन ठप रहेगा।

इंदौर, धार, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, मनावर सहित अन्य रूट पर में जाने वाली बसें शुक्रवार को नहीं चलेंगी। बस ऑपरेटर एसोसिएशन की मांग है कि प्रदेश सरकार किराये में वृद्धि को मंजूरी दे जिससे कि वह रोज हो रहे नुकसान की भरपाई कर पाएं।

इंदौर के इस रूट की बस ऑपरेटर एसोसिएशन का कहना है कि लगातार बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दाम और कोरोना का संक्रमण काल दोनों ही बस ऑपरेटरों के लिए घाटे का सौदा रहा है। लंबे समय से राज्य सरकार से किराये में 50 फीसदी की वृद्धि की मांग की जा रही है। बस संचालन ठीक रहने के लिए आजीविका चलाना जरूरी है और रूटीन के खर्चे निकालना मुश्किल हो रहा है।

गंगवाल बस स्टैंड बस ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष शिव गौड़ ने बताया कि

शुक्रवार को सांकेतिक हड़ताल की जा रही है। अगर सरकार हमारी मांगें नहीं मानती है तो फिर बड़ी हड़ताल भी की जाएगी। महंगाई के इस दौर में सड़कों पर बसें चलाना और यात्रियों को सुविधाएं देना अब घाटे का सौदा लग रहा है। सरकार से अपील है कि वह बस के यात्री किराये में बढ़ोतरी को मंजूरी दे ताकि बस संचालक व्यवस्थाओं को सुचारू कर सकें।

एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल के चलते एसोसिएशन ने लोगों से अपील की है कि वो बस स्टैंड न आयें क्योंकि उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है और उनके समय की बरबादी होगी।


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