रक्तदान ना सिर्फ दूसरों की जान बचाता है बल्कि खुद का शरीर भी होता है स्वस्थ


रक्तदान करने से नई कोशिकाएं बनती हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक हैं। रक्तदान करने से किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं होती बल्कि शरीर और ज्यादा स्वस्थ होता है।


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इन्दौर Published On :
mhow blood donation

महू (इंदौर)। रक्तदान करने को लेकर कुछ समय पूर्व तक अनेक शंकाएं थीं जो वर्तमान समय में दूर हो गई हैं। यही कारण है कि वर्तमान समय में मनुष्य कई कई बार रक्तदान कर रहा है। रक्तदान करना ना सिर्फ दूसरों की जान बचाता है बल्कि खुद आपको भी स्वस्थ रखता है।

यह बात रविवार को चोपड़ा वाटिका में आयोजित एक कार्यक्रम में रक्तदान करने वाले रक्तदाताओं की सामाजिक विचार मंच संस्था द्वारा 101 रक्तदाताओं का सम्मान किया गया।

कार्यक्रम में 132 बार रक्तदान करने वाले दीपक नायक तथा 117 बार रक्तदान करने वाले फिरोज दाजी का विशेष रूप से सम्मान किया गया। कार्यक्रम में रक्तदान करने वाली महिलाओं का भी सम्मान कर महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहित किया गया।

कार्यक्रम के अतिथि कैलाश दत्त पांडे, शोभा जैन, राधेश्याम बियानी, सरदार मालवीय, दिनेश सोलंकी, डॉ. हंसराज वर्मा, रामपाल वर्मा व विनोद जायसवाल आदि थे।

इस मौके पर अतिथियों ने कहा कि रक्तदान करने से नई कोशिकाएं बनती हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक हैं। रक्तदान करने से किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं होती बल्कि शरीर और ज्यादा स्वस्थ होता है।

कुछ समय पूर्व तक रक्तदान करने को लेकर अनेक तरह की शंकाएं थी जो अब दूर हो गई हैं। रक्तदान करने वालों में महिलाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। करोना काल में रक्तदान करने वालों का महत्व काफी बढ़ गया है।

सामाजिक विचार मंच द्वारा वर्ष भर किए जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी डॉ. अनुपम श्रीवास्तव ने दी। संचालन प्रमोद श्रीवास व डॉ. निधि श्रीवास्तव ने किया।

डॉ. मनीष श्रीवास्तव ने आभार माना। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में रक्त दाता के अलावा सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि व नागरिक मौजूद थे।



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