इंदौर। चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी अपने खिलाफ बन रहे नकारात्मक माहौल और कार्यकर्ताओं की नाराजगी को संभालने के लिए नेता एक बार फिर कोशिश कर रहे हैं। इंदौर जिले में भाजपा के जिन विधायकों की स्थिति खराब बताई जा रही है उनमें सबसे उपर उषा ठाकुर का नाम है जिनके विधानसभा क्षेत्र महू में आम लोगों के अलावा स्थानीय भाजपाई भी उनसे नाराज़ बताए जाते हैं। शुक्रवार को मंत्री उषा ठाकुर ने पार्टी के स्थानीय नेताओं-कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। बंद कमरे में हुई बैठक के दौरान जताई गई नाराजगी खुलकर बाहर आई। डाक बंगले में हुई इस बैठक से पहले कार्यकर्ताओं के मोबाइल बंद करने को कहा गया था।
हालही में मंत्री ठाकुर के सामने भाजपा-नेताओं कार्यकर्ताओं ने चुनावों से पहले पार्टी और उनकी स्थिति के बारे में काफी कुछ कहा। कार्यकर्ताओं ने मंत्री के सामने ही मंत्री के खिलाफ अपनी भड़ास जमकर निकाली यहां तक कहा कि आपके ही कार्यकाल में संगठन व सत्ता कार्यकर्ताओं के बीच आठ आठ गुट बन चुके हैं। बैठक शुरू होने होने के तत्काल बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने पिछले 4 साल में अपनी उपेक्षा की बात कही और बताया कि इस दौरान संगठन किस तरह कमजोर हुआ है।
भाजपा के एक सीनियर कार्यकर्ता राधेश्याम अग्रवाल ने कहा कि सम्मेलन हर साल आयोजित किया जाना था लेकिन 5 साल में पहली बार ही जनता के सामने सम्मेलन करवाएंगे तो वोटर में यही छवि जाएगी कि चार साल तक तक निष्क्रिय रहने के बाद अब भाजपा को उनकी याद आ रही है।
वहीं नगर भाजपा के महासचिव महेश बागड़ी ने पुलिस व स्थानीय प्रशासन प्रशासन द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। इस दौरान पुलिस प्रशासन के द्वारा भाजपाईयों को दबाने के मामले में भी कार्यकर्ता नाराज दिखाई दिए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने दो बार प्रदर्शन किए हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्हें अपनी ही पार्टी की सरकार में आंदोलन की जरुरत पड़ रही है।
वहीं एक अन्य कार्यकर्ता सुरेंद्र चौहान ने मंत्री से सीधे कहा कि आपके ही 4 साल के कार्यकाल में संगीता वह संगठन अलग-अलग गुटों में बढ़ गए हैं। यही कारण है कि आम मतदाताओं पर भाजपा की पकड़ लगातार कमजोर होती जा रही है वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता राधेश्याम यादव और शेखर बुंदेला ने खुलकर विरोध तो नहीं किया लेकिन पुरानी भाजपा और वर्तमान भाजपा की कार्यशैली का अंतर स्पष्ट करते हुए इशारा कर दिया कि यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में भाजपा के लिए एक बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी। इसके अलावा भाजपा के नगर अध्यक्ष पीयूष अग्रवाल अपनी ओर से कोई ठोस विचार नहीं रख सके। दरअसल अग्रवाल को नगर अध्यक्ष मंत्री ठाकुर ने ही बनाया है और कार्यकर्ताओं के मुताबिक उनके कार्यकाल में भी स्थानीय भाजपा की स्थिति बिगड़ी ही है।
बैठक में कार्यकर्ताओं के द्वारा यहां तक कहा गया है कि 5 साल विधायकी वह 3 साल मंत्री के कार्यकाल के बाद भी उषा ठाकुर ने स्थानीय मीडिया में भी अपनी बहुत सकारात्मक छवि नहीं बनाई है। इस संबंध में भाजपा के द्वारा अध्यक्ष पीयूष अग्रवाल से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि यह एक सामान्य बैठक थी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के बीच नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है।