इंदौर। पश्चिम बंगाल में कथित तौर पर टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं पर किए जा रहे हैं हमले व हत्या को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया, जिसके तहत बुधवार को इंदौर के भाजपा कार्यालय में बंगाल में हिंसा के विरोधस्वरूप धरना दिया गया।
इस दौरान धरने पर जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, विधायक रमेश मेंदोला, विधायक आकाश विजयवर्गीय सहित कई भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए।
धरने के बाद मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि चुनाव में हार-जीत तो लगी रहती है, लेकिन जिस प्रकार से टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले, हत्या और हिंसा की जा रही है। इसकी जितनी भर्त्सना की जाए कम है। आज इसके विरोधस्वरूप इंदौर के बीजेपी कार्यालय में धरना दिया गया है।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा लगातार भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या और हिंसा की जा रही है जिसके तहत बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर पूरे देश भर में टीएमसी के खिलाफ मौन धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।
बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने बताया कि चुनाव के परिणाम घोषित हो जाने के बाद हिंसा का औचित्य नहीं है और हम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या का विरोध करते हैं और वहां टीएमसी के साथ ही पुलिस भी गुंडई पर उतर आई है।
इधर, बीजेपी नेता जीतू जिराती ने बताया कि मैं खुद पश्चिम बंगाल डेढ महीने से ज्यादा रहा हूं। चुनाव परिणाम के पहले ही वहां 294 बीजेपी उम्मीदवारो में से आधे उम्मीदवारों के साथ स्थानीय गुंडों ने बदतमीजी के साथ ही मारपीट भी की है।
चुनाव परिणाम के बाद ममता दीदी के इशारे पर लोकतंत्र को चकनाचूर कर बच्चियों के साथ बलात्कार हो रहे हैं। बीजेपी नेत्रियों को निर्वस्त्र किया जाने के साथ बीजेपी नेताओं पर हमला और उनके प्रतिष्ठानों को तोड़ा जा रहा है। उन्होंने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से अपील की है कि बंगाल की स्थिति को जल्द संभालें नहीं तो हालत और भयावह हो सकते हैं।
कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने विरोध को बताया निराधार
भाजपा के धरने पर सवाल उठाते हुए पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कि एक ओर जहां कमलनाथ जी कांग्रेस कार्यकर्ताओं और विधायकों को कोरोना संकट के दौर में किसी भी तरह के विरोध के लिए मना कर रहे हैं क्योंकि ये महामारी का दौर है। ऐसे में सहयोग की भावना के साथ कांग्रेस का काम करना चाहिए, वहीं दूसरी ओर बीजेपी धरना दे रही है।
उन्होंने कहा कि ऐसी बातों पर दुख होता है जबकि इंदौर जिले में हर रोज एक हजार मौतें होती हैं। 52 श्मशान में हजारों लोग रोज अंतिम सांस ले रहे हैं और बीजेपी आंदोलन कर रही है व धरना दे रही है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी लोगों की मौत पर श्रद्धांजलि नहीं दे पायी। लोग मर रहे हैं, उनके अंतिम संस्कार तक के लिए व्यवस्था नहीं कर पायी, लेकिन धरना देगी इस महामारी के दौर में।
ऐसे में एमपी और इंदौर की जनता देखे और जाने कि ये लोग किस सोच और किस विचार के हैं। एक ओर कमलनाथ ने कहा है महामारी के दौर में कोई आंदोलन नहीं होना चाहिये। प्रशासन से बात करो और लोगों का सहयोग करो। वहीं बीजेपी के लोग धरना देते हैं। शर्म आती है, दुःख होता है और कांग्रेस पार्टी इसकी निंदा करती है।