इंदौर। नगरीय चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज़ हैं। इस बीच कई दिलचस्प वीडियो भी सामने आ रहे हैं। इनमें एक वीडियो रतलाम से आया है। जहां भारतीय जनता पार्टी के महापौर प्रत्याशी प्रह्लाद पटेल खुलेआम धमकी देते हुए दिखाई दे रहे हैं। पटेल इस वीडियो में एक वार्ड में जनसंपर्क कर रहे हैं और यहां कई घरों पर कांग्रेस के झंडे लगे हुए हैं। वे यहां अपने एक पार्षद से कहते हुए नज़र आ रहे हैं कि जिन घरों पर कांग्रेसी झंडे लगे हुए हैं उनकी तस्वीर ले लें और इनकी लिस्ट बनाकर सारी सुविधाएं बंद कर दें। वे आगे कहते हैं कि कोई फ़र्क नहीं पड़ता अगर पांच दस वोट कम मिलेंगे।
रतलाम के शिवनगर गरीब बस्ती में @INCMP के झंडे देखकर @BJP4India महापौर प्रत्याशी प्रहलाद पटेल भड़क गये कहा जिसने कांग्रेस के झंडे लगाए उनकी लिस्ट बनाओ और सारी सुविधाएं रुकवा दो ! नेताजी भूल गये पैसा जनता का ही है, उनकी पार्टी का नहीं, बाद में कह रहे हैं बहुत कुछ एडिट कर दिया pic.twitter.com/3nm2LRuDvW
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) July 10, 2022
इस वीडियो को कांग्रेस के तमाम नेताओं और पत्रकारों द्वारा ट्वीट किया जा रहा है। यह वीडियो एक तरह से भाजपा और प्रशासन से सवाल भी कर रहा है कि क्या इस तरह से प्रदेश में विपक्ष को खत्म किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर यूज़र्स की इस वीडियो पर तीख़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इस वीडियो के साथ भाजपा के लोकतंत्र मॉडल पर सीधे सवाल किया है।
यही भाजपा के लोकतंत्र का मॉडल है। https://t.co/jemTKFR8V4
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 10, 2022
बहरहाल अपने एक वीडियो के चलते भाजपा के महापौर प्रत्याशी पटेल ख़ासे चर्चित हो रहे हैं। उनकी चर्चा भले ही नकारात्मक कारणों से हो रही हो लेकिन स्थानीय नेताओं के मुताबिक एक बात तय है कि अगर उन्हें मौका मिलता है तो वे विपक्षियों को इस तरह से खत्म करने की राजनीति करेंगे।
प्रह्लाद पटेल एक व्यवसायी हैं। वे एक होटल, वाटर पार्क और मैरिज गार्डन के मालिक हैं। पिछले बार वे पार्षद का चुनाव जीतकर आए थे और इस बार पार्टी ने उन्हें महापौर के लिए चुना है।
इस बयान की चर्चा कई लोग कर रहे हैं। दोनों ही पार्टियों के सर्मथक इस बयान से कुछ असहज दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में कोई कांग्रेस पार्टी द्वारा चालीस साल पहले नागरिकों पर लगाए गए आपातकाल को याद कर रहा है तो कोई परोक्ष रुप से कह रहा है कि अपने मजबूत दिनों में कांग्रेस को भी इस तरह का रुख़ अपनाना चाहिए था। वहीं कई के मुताबिक भाजपा के नेता अब अहंकार से ग्रसित हो चुके हैं।
All these @BJP4India walas are on an ego trip for 8 years. Their vessel is now reaching to its full to the brim. Time for @INCIndia to pursue @RahulGandhi to formally hold the fort. Let him make the Congress fixers-mukt.
— Pankaj Sharma पंकज शर्मा (@Pankaj___Sharma) July 10, 2022
माननीय ये आप लोगों के लिए भी एक सबक़ है। ६० साल शासन करने के बाद भी किसी घर की सुविधाएँ बंद नहीं की।कोई भेदभाव नहीं किया EVM हैक नहीं की।गांधीवादी व्यवस्था चलाई, तभी तो ये लोग चुनाव जीत पाए।लेकिन अब चेत जाना, सुविधाएँ भाजपा की नहीं देश की हैं। इन लोगों का ग़ुरूर तोड़ना ही होगा।
— Bhawna Jain Sharma (@BhawnaJainS) July 10, 2022
पार्षद और महापौर के चुनाव जहां जारी हैं वहीं पंचायत प्रतिनिधियों के चुनाव की तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है। यहां कांग्रेस पार्टी को भले ही बहुत बढ़त न मिली हो लेकिन पार्टी हाशिये पर तो क़तई नहीं है। पार्टी को कई क्षेत्रों में सफलता मिली है। सिंगरौली, देवास, बालाघाट जैसे कई जिलों में कांग्रेसी उम्मीदवारों को सफलता मिली है।