महू: रैली की भीड़ देखकर जोश में आए पूर्व मंत्रियों ने मंच से ही घोषित कर दिया प्रत्याशी, अब दावेदारों व कार्यकर्ताओं में बेचैनी


तीन बार चुनाव हार चुके दरबार का नाम आने से पुराने कांग्रेसी फिर नाराज़ हैं.


अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :

इंदौर। महू के चोरल में निकली चुनरी व कलश यात्रा में कांग्रेस के कई दावेदारों के सपने टूट गए।  यहां अतिथि के रूप में पहुंचे कांग्रेस के दो विधायकों ने मंच से ही ऐसी बात कह दी कि बड़ी मुश्किल से एक हो रही महू की कांग्रेस फिर बिखरने की राह पर दिख रही है।

गुप्त नवरात्रि के तहत सोमवार को अंतर सिंह दरबार ने चोरल में कलश व चुनरी यात्रा का आयोजन किया। इस यात्रा में हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया। यहां की भीड़ को देखते हुए कार्यक्रम में पहुंचे अतिथि विधायक हनी सिंह बघेल और बाला बच्चन खासे उत्साह में नजर आए और इसी उत्साह में उन्होंने ऐसी बयानबाजी कर डाली जिससे कांग्रेसी खेमे में हलचल सी मच गई है।

कांग्रेस की पिछली सरकार के दौरान इन विधायकों ने विधानसभा चुनाव के लिए तीन बार चुनाव हार चुके अंतर सिंह दरबार को ही एक बार फिर अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। ये विधायक पीसीसी प्रमुख कमलनाथ के खास माने जाते हैं और इसके बाद से ही इसके बाद से ही कांग्रेसी खेमे में काफी सुगबुगाहट है इस बयान ने अन्य दावेदारों के सपनों पर पानी फेर दिया।

हालांकि बताया जाता है कि इस ऐलान के बाद विधायकों को समझाइश भी दी गई है, लेकिन फिलहाल विधायक प्रत्याशी के तौर पर जमीन पर काम कर रहे कांग्रेसियों को खासा झटका लगाा है। वहीं यह भी माना जा रहा है कि इस प्रदर्शन से दरबार को नुकसान भी हो सकता है। वहीं इस कार्यक्रम की बात करें तो अंतर सिंह दरबार द्वारा आयोजित इस चुनरी यात्रा को राजनीतिक क्षेत्र में काफी गंभीरता से लिया जा रहा है क्योंकि चोरल क्षेत्र में इस यात्रा की सफलता अन्य दावेदारों के साथ-साथ भाजपा की भी नींद उड़ा दी है।

इस आयोजन में अतिथि के रूप में विधायक हनी सिंह बघेल और बाला बच्चन को आमंत्रित किया गया था। अंतर सिंह दरबार अपने इन्हीं पुराने सहयोगियों के साथ अपनी दावेदारी बरकरार रखना चाहते हैं वर्ना खबरों की मानें तो फिलहाल प्रदेश आलाकमान महू में कई दूसरे उम्मीदवारों के नाम पर विचार कर रहा है।

दरबार के लिए इस बार मुश्किल भरी बात यह है कि उनके नेता दिग्विजय सिंह ने भी इस बार हाथ  खड़े कर दिये हैं। पिछले दिनों दिग्विजय सिंह ने सार्वजनिक तौर पर यह बयान दिया था कि इस बार कमलनाथ  ही सर्वे सर्वा हैं और उन्हीं का सर्वे टिकिट दिलाएगा।

बहरहाल सोमवार को हुए इस आयोजन की सफलता और भीड़ को देखते हुए इन दोनों ही अतिथियों ने पहले तो भाजपा सरकार व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरकार को आड़े हाथों लिया तथा कांग्रेस की सरकार आने पर क्या-क्या सौगाते देंगे इसका भी बखान कर डाला लेकिन जो जोश में अंतर सिंह दरबार को विजयी बनाने के लिए लोगों से अपील भी कर दी।

खबर है कि कांग्रेस के नेताओं की बयानबाजी के तत्काल बाद से ही उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं तक भी दावेदारों ने पहुंचा दी है।

कुछ दावेदारों ने तो प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं अध्यक्ष को पत्र लिखकर कह दिया है कि वरिष्ठ नेताओं को ऐसी बयानबाजी देने से रोका जाए क्योंकि जब तक प्रदेश आलाकमान किसी एक का नाम था ही नहीं करते हैं तब तक सिर्फ कांग्रेस की ही बात होना चाहिए।

 

इसके साथ ही कांग्रेसी नेता नाराज हैं। दरअसल इस बार अंतर सिंह दरबार का विरोध ज्यादा है। वे लगातार तीन चुनाव हार चुके हैं और कांग्रेसी चाहते हैं कि उन्हें भी मौका मिले। इनमें कई नाम हैं। सबसे पहला नाम दरबार के मुखर विरोधी कैलाश दत्त पांडे का है, कोदरिया के संजय शर्मा मामा भी अपना झंडा लेकर आगे लेकर चल रहे हैं।

इसके अलावा दरबार के करीबी युवा भी इस बार टिकिट की कोशिश में हैं। इनके साथ करीब आठ नेताओं के नाम हैं जो आने वाले समय में दरबार का विरोध कर सकते हैं।

हालांकि इस बीच यह भी याद रखना जरूरी है कि महू विधानसभा में सबसे ज्यादा भीड़ जुटाने वाले नेता केवल अंतर सिंह दरबार ही हैं। उनके आलोचकों के साथ दूसरी पार्टी के नेता भी यह बात जानते हैं। ऐसे में केवल दरबार के हारने की दलील देने के दम पर अपनी दावेदारी कठिन है।


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