इंदौर में गरबा पंडाल में बजरंग दल की गुंडागर्दी, दो मुस्लिम युवकों के साथ मारपीट

इंदौर में गरबा पंडाल में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दो मुस्लिम युवकों के साथ मारपीट की। आरोप है कि युवकों ने अपने नाम गलत बताए थे और आईडी कार्ड नहीं दिखा सके, जिसके बाद उन पर हमला किया गया। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर युवकों को बचाया और मामले की जांच शुरू की है।

नवरात्रि के दौरान गरबा उत्सव की धूम के बीच, सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। ताजा घटना इंदौर के रावजी बाजार इलाके की है, जहां बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गरबा खेल रहे दो मुस्लिम युवकों के साथ मारपीट की।

 

घटना गुरुवार रात की है जब बजरंग दल के कार्यकर्ता गरबा पंडाल में जांच के लिए पहुंचे। उनकी नजर दो युवकों पर पड़ी, जो भीड़ में शामिल होकर फोटो और वीडियो बना रहे थे। बजरंग दल के विभाग संयोजक प्रवीण दरेकर के अनुसार, कार्यकर्ताओं ने उनसे नाम-पता पूछा। युवकों ने पहले अपने नाम वैभव और अनुज बताए, लेकिन जब आईडी कार्ड मांगा गया तो वे जवाब नहीं दे पाए। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई की।

 

मारपीट के बाद दोनों युवकों ने अपने असली नाम तामीर और रिहान बताए। पुलिस को सूचना मिलने पर उन्होंने युवकों को भीड़ से बचाकर रावजी बाजार थाने ले गई। पुलिस ने उन पर प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की है।

 

विवाद की पृष्ठभूमि 

इंदौर में गरबा को लेकर विवाद कोई नई बात नहीं है। कुछ दिनों पहले भंवरकुआ इलाके में होने वाले एक गरबा कार्यक्रम को इसलिए निरस्त कर दिया गया क्योंकि इसके आयोजक का नाम फिरोज खान था। इसी तरह, इंदौर बीजेपी के एक नेता ने हाल ही में गरबा में प्रवेश के लिए गौमूत्र पिलाने की बात कही थी।

 

क्या है बजरंग दल का कहना

बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने गरबा में शामिल होने वाले लोगों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया। प्रवीण दरेकर ने बताया कि कार्यकर्ता रात में गरबा पंडाल में चेकिंग कर रहे थे और संदिग्ध पाए गए युवकों से पहचान पत्र मांगे गए थे।

 

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस का कहना है कि उन्हें मामले की जानकारी मिलते ही वे तुरंत मौके पर पहुंचे और युवकों को सुरक्षित थाने ले आए। मामले की जांच जारी है और पुलिस ने किसी भी संभावित सांप्रदायिक तनाव से निपटने के लिए सतर्कता बरती है।

स्थानीय सूत्रों का कहना है कि गरबा आयोजनों में बजरंग दल की ऐसी चेकिंग और मारपीट की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक किसी बड़े मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। हालांकि, इन सूचनाओं की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है।

 

 

First Published on: October 4, 2024 7:59 PM