आजादी का अमृत महोत्सवः घर में जैसे चित्र होंगे वैसा ही हमारा चरित्र बनेगा – मंत्री ठाकुर


कार्यक्रम के आरंभ में अतिथियों ने यहां लगी चित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ कर अवलोकन किया। इसके बाद डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।


अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :
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महू। हमारे घर में जैसे चित्र होंगे वैसा ही हमारा और हमारें बच्चों का चरित्र बनेगा इसलिए देश के महापुरूषों के चित्र अपने घरों में जरूर लगाएं। आज की पीढ़ी को यह मालूम ही नहीं कि देश की आजादी किसने दिलाई और यह कैसे मिली।

यह बात आजादी के 75 वर्ष पर तीन दिनी अमृत महोत्सव के शुभारंभ पर पर्यटन व संस्कृति मंत्री तथा स्थानीय विधायक उषा ठाकुर ने संबोधित करते हुए कही।

उषा ठाकुर ने कहा कि आजादी के बाद हमें और हमारे बच्चों को यह नहीं बताया गया कि देश को आजाद किसने कराया, किस प्रकार आजादी पाई? जो पढ़ाया गया हमें वही याद रहा जबकि हकीकत कुछ और ही थी। शहीदों की याद में जो काम काफी पहले होना चाहिए थे। वह केंद्र में बैठी भाजपा की सरकार ने किया।

उषा ठाकुर ने कहा कि देश के महापुरूषों ने आजादी के लिए जो योगदान दिया, उसके लिए उनके माता-पिता के प्रति हमें आभारी होना चाहिए। आज समय बदल गया है। हमें अपने आसपास की गतिविधियों पर ध्यान देना होगा।

ठाकुर ने इस मौके पर देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले शहीदों को याद किया तथा शपथ दिलाई की हम सब राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी के साथ निभाएंगे।

इसके अलावा मप्र के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, जिला पंचायत अध्यक्ष कविता पाटीदार, भाजपा के जिलाध्यक्ष राजेश सोनकर ने भी वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सभी से राष्ट्र के प्रति जिम्मेदार रहने की अपील की।

कार्यक्रम के आरंभ में अतिथियों ने यहां लगी चित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ कर अवलोकन किया। इसके बाद डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

मंच पर बालिकाओं का पूजन भी अतिथियों ने किया। अतिथियों का स्वागत पीयुष अग्रवाल व राय बहादुर ने किया। कार्यक्रम में ओम परसावदिया, कंचन सिंह चौहान, रामकिशोर शुक्ला, शेखर बुंदेला, रामलाल प्रजापति, राजेंद्र हर्षवाल, रीता उपमन्यु, अनुराधा जोशी, शिव शर्मा, संतोष पाटीदार, मुकेश शर्मा, सुभाष पाटीदार, सत्यनारायण परमार, सविता कौशल, संगीता भार्गव सहित बड़ी संख्या में भाजपा नेता व कार्यकर्ता, एनसीसी कैडेट्स मौजूद थे। यहां पर पुलिस बैंड ने देशभक्ति गीतों की प्रस्तुतियां भी दीं।

चित्र प्रदर्शनी में देश के शहीदों तथा महापुरूषों के चित्र लगाए गए जिसमें विशेष रूप से मध्यप्रदेश के क्रांतिकारियों के चित्र हैं। 5 अप्रैल 1930 में महात्मा गांधी द्वारा लिखे गए पत्र का चित्र भी यहां लगाया गया। यह प्रदर्शनी तीन दिन तक चलेगी।


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