इंदौर। मंगलवार रात राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक पदाधिकारी पर हुए हमले के आरोपियों पर पुलिस की कार्रवाई के विरोध में संघ स्वयंसेवकों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने महू थाने का घेराव किया। ये कार्यकर्ता पुलिस द्वारा आरोपियों पर कमजोर धाराएं लगाने के बाद से नाराज थे। यह प्रदर्शन पुलिस थाना व एमजी रोड पर किया गया। काफी देर तक हंगामा जारी रहा और फिर एएसपी अमित तोलानी से मिले आश्वासन के बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ। मामले में तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मंगलवार की रात को शहर के माणकचौक पर आरएसएस के सकुटुंब विभाग प्रमुख अनिल सोलंकी का गायकवाड़ क्षेत्र के कुछ युवकों से वाहन में टक्कर लगने की बात पर विवाद हो गया था। इसके बाद इन युवकों ने अनिल सोलंकी पर एक साथ हमला कर दिया। इस हमले में सोलंकी को गंभीर चोटें आई हैं। मारपीट के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे। इसके बाद महू थाने में शिकायत की गई।
आरएसएस के स्वयंसेवक पर हुए इस हमले को पुलिस ने गंभीरता से लिया और घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरेों की मदद से तीनों आरोपियों शेखर पिता ओम प्रकाश, जगदीश पिता वीर बहादुर व अजय पिता रामदुलारे वर्मा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इन्हें कोर्ट में पेश किया जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया।
आरोपितों के खिलाफ पुलिस द्वारा लगाई गई धारा के विरोध में बुधवार को संघ व भाजपा के पदाधिकारियों ने पहले महू थाने का घेराव फिर बाहर सड़क पर बैठ कर प्रदर्शन किया। जब यहां प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचे तो एमजी रोड़ पर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान काफी नारेबाजी होती रही। इस दौरान महू थाना प्रभारी अभय नेता भारी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। कुछ देर में यहां तहसीलदार रितेश जोशी भी आ गए।
कार्यकर्ताओं का कहना था पुलिस ने कमजोर धारा लगाई जिस कारण आरोपियों को आसानी से जमानत मिल जाएगी। यह प्रदर्शन करीब दो घंटे तक चला। इसके बाद कुछ कार्यकर्ताओं ने एएसपी अमित तोलानी से कार्यालय जाकर चर्चा की जहां से आश्वासन मिला कि मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद और धारा बड़ाई जाएगी तथा फरार आरोपियों को जल्दी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके बाद धरना प्रदर्शन
समाप्त कर दिया गया।