इंदौर। आंकड़ों की मानें तो कोरोना को काबू करने में फिलहाल जिला प्रशासन नाकाम नज़र आ रहा है। मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार जिले में कोरोना के 866 नए मरीज़ मिले हैं। इसके अलावा तीन नई मौतें दर्ज की गई हैं। कोरोना के कारण इंदौर में हुई मौतों का कुल आंकड़ा अब 981 हो चुका है। जिले में फिलहाल 6281 लोगों का इलाज जारी है। मंगलवार को 456 लोग ठीक होकर अपने घरों को लौटे हैं। इंदौर में फिलहाल संक्रमण की दर करीब पंद्रह प्रतिशत है।
वहीं, भोपाल में 618 लोग संक्रमित पाए गए हैं। यह इस दौरान यहां मिला सबसे बड़ा आंकड़ा है। जिसे लेकर शहर के लोग ख़ासे डरे हुए हैं। भोपाल में संक्रमण की दर करीब बीस प्रतिशत है।
ख़बर है कि ज्यादा संक्रमण वाले कुछ जिलों में अब शनिवार को भी लॉक डाउन लगाया जा सकता है हालांकि इस निर्णय पर जिलों की क्राईसिस मैनेजमेंट टीम तय करेगी। ऐसे में फिलहाल यह केवल आशंका है जिसकी पुष्टी जिला प्रशासन से जारी निर्देशों पर ही होगी।
इन आंकड़ों को देखकर आशंका जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में राज्य सरकार अथवा जिला प्रशासन कुछ कड़े फैसले ले सकता है। इस बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को अपनी बात रखी भी थी।
कोरोना के कारण शाजापुर में सात अप्रैल की रात 8 बजे से 10 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन का रखा गया है। वहीं, भोपाल, इंदौर और जबलपुर समेत 13 शहरों में भी रविवार के साथ शनिवार को भी लॉकडाउन लगाया जा सकता है। इस बारे में अंतिम फैसला वहां की क्राईसिस मैनेंजमेंट कमेटी करेगी।
इससे पहले जिला प्रशासन के अधिकारियों के अलावा नेतागण भी कोरोना रोकने के लिए उपायों में लगे रहे। मंत्री तुलसी सिलावट ने शिक्षाविदों के साथ बैठक की। इससे पहले इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि कोरोना बचाव के दिशानिर्देशों का पालन नहीं करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।