झूठी धार्मिक पहचान बताकर की शादी, आधार कार्ड देखकर महिला को पता चली सच्चाई


— झूठी पहचान बताकर बनाया रिश्ता।
— सालभर पहले लॉकडाउन के दौरान की थी शादी।


DeshGaon
इन्दौर Published On :

इंदौर।  शहर में फिर एक बार अपनी झूठी धार्मिक पहचान बताकर शादी करने का मामला सामने आया है।  इस बारे में हिन्दू संगठनों ने द्वारकापुरी पुलिस से शिकायत की है।

मामले को लेकर मिली जानकारी के मुताबिक  द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में रहने वाली युवती का परिचय युवक की मां से हुआ था और एक कार्यक्रम के दौरान युवक से भी उसकी दोस्ती शुरू हो गई। तब युवक ने उसे अपना नाम गब्बर बताया था। इसके बाद दोनों के बीच दोस्ती गहराती गई और शादी का फैसला की।

इसके बाद पिछले साल लॉक डाउन के दौरान दोनों ने अप्रैल माह में शादी कर ली थी। इसके बाद उसका पति उसके साथ मारपीट करने लगा। इस दौरान महिला के हाथ अपने पति का आधार कार्ड लग गया जिसे देखकर उसे पता चला कि उसके पति का नाम गब्बर नहीं बल्कि मुस्तफ़ा है। इस दौरान वह गर्भवती थी, महिला ने कुछ समय पहले  एक बच्ची को भी जन्म दिया।

करीब साल भर बाद जब महिला अपने मायके पहुंची तो उसने अपने परिवार को सच्चाई बताई। इस बारे में हिन्दूवादी संगठनों को भी पता चला तो उन्होंने थाने में जाकर इसकी शिकायत दर्ज करवाई। बताया जाता है कि जब महिला ने अपने मायके में जाकर परिजनों को अपने साथ हुए धोखे की जानकारी दी तो मुस्तफ़ा भी वहां आ पहुंचा और उसने ससुराल में तोड़-फोड़ शुरु कर दी।

अब युवती ने थाने पर युवक के खिलाफ शिकायत की है कि उसका पति उसे  धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर कर रहा है और इसके लिए उसके साथ मारपीट की जाती है और जान से मारने की धमकी भी दी जाती है। पुलिस ने महिला की शिकायत पर  पुलिस धर्म स्वातंत्र्य विधयेक की धाराओं सहित अन्य मामलो में प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल, आरोपी युवक मुस्तफा से पूछताछ में जुटी है। सीएसपी बीपीएस परिहार ने बताया कि पुलिस फिलहाल शिकायत के आधार पर मामले की जांच कर रही है।

 


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