इंदौर। कोरोना के हॉट स्पॉट इंदौर में अलग-अलग अस्पतालों में 12 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमितों का इलाज जारी है। मरीजों के इलाज के लिए इंदौर में हर रोज 100 टन से ज्यादा ऑक्सीजन की मांग है।
ऐसे में समय को बचाने के लिए सरकार ने वायुसेना की भी मदद मांगी है और इसी का परिणाम है कि शुक्रवार दोपहर 3 बजकर 20 मिनट पर वायुसेना का विमान C-17 इंदौर एयरपोर्ट पहुंचा।
यहां से करीब चार घंटे की देरी से विमान जामनगर के लिए रवाना हो सका। यह समय इसलिए लगा क्योंकि एयरपोर्ट पर विमान में टैंकर की लोडिंग नहीं हो पा रही थी जिसके कारण तय समय के हिसाब से वायुसेना का विमान जामनगर के लिए उड़ान नहीं भर सका।
नभ: स्पृशं दीप्तम! @IAF_MCC ने आज पुनः अपने इस ध्येय वाक्य को चरितार्थ कर गर्व से मानवता का शीश ऊंचा किया है।#COVID19 के संकट काल में संजीवनी ऑक्सीजन की समय पर पूर्ति हो इसके लिये C-17 विमान इंदौर से जामनगर, गुजरात के लिये रवाना हुआ। pic.twitter.com/cfv4QVVPPT
— Jansampark MP (@JansamparkMP) April 23, 2021
बता दें कि विमान के जरिये इंदौर से जामनगर खाली टैंकर भेजने का मकसद ये है कि समय की बचत की जा सके क्योंकि खाली टैंकर को ट्रक के जरिये यदि गुजरात के जामनगर भेजा जाए तो उसे वहां पहुंचने में करीब 24 से 26 घंटे लग सकते हैं, लेकिन विमान के जरिये हवा में टैंकर पहुंचने में महज 1 घंटे का समय लगता है।
लिहाजा, आने वाले दिनों में ये ही प्रकिया इंदौर में जारी रहेगी क्योंकि इंदौर को प्रतिदिन 100 से 110 टन ऑक्सीजन की आवश्यकता है, लेकिन आपूर्ति केवल 70 से 80 टन की ही हो पा रही है।
हालांकि, केवल खाली टैंकर ही विमान के जरिये जाएगा और जामनगर से ऑक्सीजन भरकर ट्रक के जरिये सड़क मार्ग से ही लाया जाएगा।
तकनीकी खामियों के बावजूद उम्मीदों से भरी उड़ान का नज़ारा इंदौर के आसमान पर देखने को मिला। जहां से भारतीय वायुसेना का C-17 एयरक्राफ्ट शुक्रवार को एयरपोर्ट से 30 मीट्रिक टन क्षमता का ख़ाली ऑक्सीजन टैंकर लेकर जामनगर के लिए रवाना हुआ।