भाजपा नेता के करीबी ने सचिव को पीटा, संघ का काम बंद, प्रदेशव्यापी विरोध की तैयारी


महू में पंचायत सचिव जगदीश चौधरी के साथ भाजपा नेता के करीबी सचिन ठाकुर द्वारा की गई मारपीट के बाद सचिवों ने काम बंद कर दिया और प्रदेशव्यापी हड़ताल की चेतावनी दी है। सचिव संघ ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी में देरी की है, जो राजनीतिक दबाव के कारण हो रहा है। संगठन ने कहा है कि अगर तीन दिनों के भीतर उचित कार्रवाई नहीं की जाती, तो सचिव पूरी तरह से काम बंद कर देंगे।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :

महू। हाल ही में महू जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत अवलाय और नांदेड के पंचायत सचिव जगदीश चौधरी के साथ हुई मारपीट की घटना ने राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में हलचल मचा दी है। घटना तब सामने आई जब सचिव जगदीश चौधरी ने नांदेड निवासी सचिन ठाकुर पर उनके कार्यालय में घुसकर मारपीट और अपशब्द कहने का आरोप लगाया। इस मामले में बड़गोंदा थाने में शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन बाद में सुमित ठाकुर ने भी सचिव के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया। दोनों पक्षों के बीच आपसी विवाद के बाद यह मामला अब राजनीतिक और प्रतिष्ठा का मुद्दा बनता जा रहा है।

 

पंचायत सचिवों और ग्राम रोजगार सहायकों ने इस घटना के विरोध में सामूहिक अवकाश लेकर जनपद पंचायत के सीईओ पंकज दरोठिया को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि सचिव जगदीश चौधरी के खिलाफ दर्ज मामले को तत्काल वापस लिया जाए और सुमित ठाकुर को गिरफ्तार किया जाए। पंचायत सचिव संगठन ने चेतावनी दी कि अगर तीन दिनों के भीतर आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो वे काली पट्टी बांधकर विरोध जताएंगे और इसके बाद काम बंद हड़ताल पर चले जाएंगे। सचिव संगठन के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत ने कहा कि सचिवों के साथ हो रही ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी और अगर आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो प्रदेशभर में आंदोलन शुरू होगा।

 

घटना को लेकर राजनीतिक माहौल भी गरमा गया है। सचिवों का आरोप है कि सुमित ठाकुर भाजपा के स्थानीय नेताओं का समर्थक है और इसीलिए प्रशासन पर दबाव बनाकर सचिव के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया। भाजपा नेताओं के इस मामले में हस्तक्षेप को लेकर सचिवों में गहरा आक्रोश है।

 

पंचायत सचिवों ने जनपद पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की चुप्पी पर भी सवाल उठाए हैं। सचिवों का कहना है कि दोनों नेताओं को इस मामले में सक्रिय होना चाहिए था, लेकिन वे अब तक मूकदर्शक बने हुए हैं। इस चुप्पी ने सचिवों और ग्राम रोजगार सहायकों के बीच असंतोष को और बढ़ा दिया है।

 

मैंने किसी भी प्रकार की गलत हरकत नहीं की है। सचिव जगदीश चौधरी ने पहले मेरे साथ दुर्व्यवहार किया था, और उसी का जवाब देने पर अब मुझ पर झूठा मामला दर्ज किया गया है। मैंने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।

आरोपी सुमित ठाकुर का बयान

 

वहीं, सुमित ठाकुर ने भी अपनी सफाई में प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने सचिव के आरोपों को झूठा बताया है। दूसरी ओर, पंचायत सचिव संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की, तो वे जिलेभर में तालाबंदी करेंगे और इसका असर पूरे प्रदेश में हो सकता है।

 

यह मामला अब केवल प्रशासनिक विवाद तक सीमित नहीं रहा, बल्कि राजनीतिक रंग भी पकड़ चुका है। पंचायत सचिव संगठन ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर आरोपी की जल्द गिरफ्तारी नहीं होती, तो यह विरोध प्रदर्शन जिले तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे प्रदेश में फैल सकता है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सचिवों को न्याय नहीं मिला, तो प्रदेशभर के सचिव और ग्राम रोजगार सहायक काम बंद कर हड़ताल करेंगे, जिससे शासकीय कार्य ठप हो सकता है।

सुमित ठाकुर भाजपा नेताओं का करीबी है, और यही कारण है कि प्रशासन ने दबाव में आकर सचिव जगदीश चौधरी के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया। हम इस घटना के खिलाफ हैं और अगर सचिन की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो पूरे प्रदेश में काम बंद कर हड़ताल करेंगे।

महू जनपद पंचायत के सचिव

सुमित ठाकुर के भाजपा से जुड़े होने की चर्चा ने इस मामले को और जटिल बना दिया है। सचिवों का आरोप है कि स्थानीय भाजपा नेताओं का दबाव ही प्रशासन की निष्क्रियता का कारण है, और इसी वजह से आरोपी की गिरफ्तारी में देरी हो रही है।

इस बीच, जनपद पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की चुप्पी ने स्थिति को और भी संवेदनशील बना दिया है। सचिवों का मानना है कि जनपद के वरिष्ठ पदाधिकारियों को मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए था, लेकिन उनकी निष्क्रियता ने सचिवों और ग्राम रोजगार सहायकों के गुस्से को और भड़का दिया है।

हम मामले की जांच कर रहे हैं और सभी पक्षों से बयान ले रहे हैं। कानून के अनुसार उचित धाराओं में केस दर्ज किया गया है, और जल्द ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। किसी भी पक्ष को कानून से ऊपर नहीं माना जाएगा।

पंकज दरोठिया, सीईओ, जनपद पंचायत

अगर जल्द ही कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती, तो यह विवाद बड़े स्तर पर हड़ताल और प्रशासनिक गतिरोध का कारण बन सकता है, जिससे क्षेत्र में विकास कार्यों पर भी असर पड़ने की आशंका है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले को कैसे सुलझाता है, क्योंकि स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है।

हमारे साथी के साथ हुई मारपीट की घटना निंदनीय है। अगर प्रशासन आरोपी सुमित ठाकुर को तीन दिनों के भीतर गिरफ्तार नहीं करता, तो हम काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। इसके बाद भी यदि कोई कार्रवाई नहीं होती, तो प्रदेशभर के सचिव काम बंद कर देंगे। शासकीय कर्मचारियों के साथ इस तरह का व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

नरेंद्र सिंह राजपूत, प्रदेश अध्यक्ष, पंचायत सचिव संगठन

 

 

हमने सचिव की शिकायत पर सचिन ठाकुर के खिलाफ केस दर्ज किया है और मामले की जांच जारी है। आरोपी की जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। दोनों पक्षों की शिकायतें दर्ज कर ली गई हैं, और निष्पक्ष रूप से कार्रवाई होगी।

बड़गोंदा थाना प्रभारी



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