इंदौर। जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा नौ सौ पार कर चुका है। शुक्रवार देर रात जारी मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक बीते चौबीस घंटों में जिले में 912 नए संक्रमित मिले हैं। इस दौरान पांच लोगों की इस बीमारी के चलते मौत भी हुई है।
इससे पहले शुक्रवार का दिन शहर के लिए बेहद अफरा-तफरी भरा रहा। प्रदेश का सबसे बड़ा दवा बाजार भी कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए रेमेडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध नहीं करवा सका।
नतीजतन कई घंटों तक यहां लोगों की भीड़ ऐसी दवा के लिए लगी रही। आखिर में इन लोगों की नाराजगी भी सामने आई और उन्होंने सरकार और स्थानीय प्रशासन की व्यवस्था पर नियंत्रण ना होने के आरोप लगाए।
इंदौर के श्मशान घाटों पर भी नजारा डराने वाला था यहां कई लाशें एक साथ जल रही थी। इस दौरान नई चिता के लिए भी जगह नजर नहीं आ रही थी। अलग-अलग श्मशानों पर यही नज़ारा था। लोग यहां भी व्यवस्था से नाराज़ नजर आए।
कोरोना काल में मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए इंदौर प्रशासन ने कुछ और तैयारी तेज़ की है। कमिश्नर पवन शर्मा ने ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए कई अधिकारियों को जिम्मेदारी दी है। उन्होंनेऑक्सीजन के अपव्यय को रोकने के लिए भी जरूरी दिशानिर्देश जारी किए हैं।
इसके अलावा शहर में माइक्रो कंटोनमेंट जून भी बनाए गए हैं जिसकी व्यवस्था की जिम्मेदारी अलग-अलग अधिकारियों को दी गई है। कमिश्नर ने कोविड सैंपल की जांच प्रक्रिया को भी आसान बनाने के लिए नई व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं शुक्रवार को उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस बारे में बातचीत की।
इसके साथ ही उन्होंने एमजीएम मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब का भी निरीक्षण किया और कोरोना सैंपल की जांच के बारे में जानकारी ली।