इंदौरः 737 संक्रमित, पैंतालीस साल से कम उम्र वाले भी चाहते हैं वैक्सीन लेकिन फिलहाल न


— इंदौर में 737 संक्रमित, शुक्रवार को मिले थे 708
— 33999 को शनिवार को लगी वैक्सीन


DeshGaon
इन्दौर Published On :
Vaccination in Mhow


इंदौर। कोरोना के कारण हालात हर गुज़रते दिन के साथ बिगड़ रहे हैं। शनिवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक इंदौर जिले में 737 नए संक्रमित मिले हैं। यहां फिलहाल कुल संक्रमितों की संख्या 5209 हो चुकी है। महीनेभर में यहां करीब पांच गुना की बढ़ोत्तरी हो चुकी है। बीते एक मार्च को यहां करीब एक हज़ार संक्रमित थे। इस बीच इंदौर में वैक्सीनेशन का काम भी तेज़ है।

संक्रमित होने की दर फिलहाल 11 प्रतिशत है। ऐसे में इंदौर के हालात चिंताजनक बन चुके हैं। ऐसे में प्रशासन का पूरा ध्यान केवल कोरोना को रोकने पर हैं। इसे लेकर कमिश्नर और कलेक्टर लगातार बैठकें कर रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी लगातार अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं।

इस बीच अस्पतालों में इलाज सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है हालांकि प्रशासन के मुताबिक अस्पतालों में बैड उपलब्ध हैं और फिलहाल इलाज में कोई परेशानी नहीं आ रही है। हालांकि बहुत से नागरिकों के अनुभव इससे अलग हैं। विधायक जीतू  पटवारी भी इस बात को कई बार कह चुके हैं।

कोरोना मरीजों के लिए बनाए गए सुपर स्पेश्यालिटी अस्पताल में मरीज़ों के परिजनों की एंट्री रोक दी गई है। यहां परिजनों के कारण डॉक्टरों को काम में परेशानी हो रही थी। एंट्री पर रोक के बाद परिजन परेशान हो रहे हैं। मरीजों से मिलना और उनका हालचाल जानना भी मुश्किल हो रहा है। बहुत से लोगों ने बताया कि उन्हें उन्हें अपने मरीज़ की स्वास्थ्य जानकारी भी नहीं दी जा रही है।

इस बीच बीमारी से लड़ने के लिए वैक्सीनेशन का काम भी जारी है। अब तक 33999 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इनमें 31996 लोग 45 वर्ष से उपर हैं। हालांकि वैक्सीनेशन में एक बड़ी परेशानी भी नज़र आ रही है। पैंतालीस साल से कम उम्र के बहुत से लोग जो पेड वैक्सीन लगवाना चाहते हैं उन्हें भी मना किया जा रहा है। इन लोगों के मुताबिक वे दिन भर बाहर निकलकर काम करते हैं ऐसे में उन्हें संक्रमण का खतरा ज्यादा है और वे इसके वाहक भी हो सकते हैं ऐसे में उन्हें वैक्सीन लगवाई जानी चाहिए।


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