इंदौर। देवास में एक वनकर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। मृतक मदनलाल वर्मा वनविभाग में बीट गार्ड हैं। बताया जा रहा है कि उनक सामना शिकारियों या लकड़ी माफिया से हुआ होगा और उन्हें पकड़ने के दौरान उनकी हत्या कर दी गई। वर्मा का शव चार फरवरी गुरुवार की रात वन क्षेत्र में ही मिला है। उनके सिर और सीने पर गोली मारी गई है। घटना से जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार 57 वर्षीय मदनलाल वर्मा अपनी मोटरसाईकिल से ही अपने इलाके में निगरानी कर रहे थे और शाम तक वे वापस नहीं लौटे तो उनके परिजनों ने इस बारे में वन विभाग को जानकारी दी। जिसके बाद उनकी खोजबीन शुरु की गई है। इस दौरान रात करीब साढ़े नौ बजे बीट क्रमांक 532 में कुछ निशान मिले। कुछ और खोजबीन के बाद वर्मा का शव सीता समाधि स्थल के पास भूरिया तालाब के किनारे मिला। शव खून से लथपथ था।
इसके बाद शव को उदयनगर ले जाया गया जहां सरकारी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम हुआ। जांच में उनके मोबाइल में एक वीडियो भी मिला है। यह वीडियो मदनलाल ने बाईक पर बैठे हुए बनाया था। इसमें नजर आ रहा है कि कुछ लोग उनसे भाग रहे थे और यहां मदनलाल आवाज़ लगा रहे थे कि क्यों भाग रहे हो। इसी दौरान आवाज आती है कि गोली चला, गोली चला। फिर एक गोली चलने की आवाज़ आती है और मदनलाल नीचे गिर जाते हैं।
समाचार सेवाओं को क्षेत्र के वन मंडल अधिकारी ने बताया कि कर्मचारी के परिवार को शासन से विशेष अनुदान के तहत 10 लाख रुपयेे दिलाए जाएंगे। परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति दी जा रही है। अंतिम संस्कार दोपहर पश्चात उनके गृहनगर उज्जैन के रामघाट पर होगा। मामले में पुलिस जांच कर रही है। हालांकि इस घटना ने वन क्षेत्रों में शिकारियों और लकड़ी माफियाओं के बढ़ती हिम्मत को साफ दिखा दिया है। प्रदेश में वनकर्मी अपने कर्तव्य निर्वाहन के दौरान भी सुरक्षित नहीं है।-