प्रदेश कांग्रेस के निर्णय के विरोध में पूर्व विधायक का दरबार नेता सिंह दरबार ने शक्ति प्रदर्शन किया। शनिवार को सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने विरोध यात्रा निकाली। इस दौरान उन्होंने प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख कमलनाथ पर खूब नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि महू के टिकट के बारे में एक बार पुनः विचार करें अन्यथा जनता चाहेगी तो वे निर्दलीय के रूप में भी चुनाव लड़ सकते हैं।
प्रदेश कांग्रेस द्वारा विधानसभा चुनाव में महू कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जब से रामकिशोर शुक्ला का नाम तय किया गया है तब से ही पूर्व विधायक व टिकट के प्रबल दावेदार अंतर सिंह दरबार तथा उनके समर्थक इसका विरोध कर रहे हैं। अपने समर्थकों की मांग पर अंतर सिंह दरबार ने एक विरोध रैली निकाली जिसमें उन्होंने प्रदेश कांग्रेस के निर्णय का विरोध करते हुए कहा कि मैंने कांग्रेस पार्टी के लिए लंबा समय दिया है और प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने इसे नजर अंदाज करते हुए कुछ दिन पूर्व बीजेपी से कांग्रेस में आए रामकिशोर शुक्ला को टिकट देकर गलती की है।
महू में पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार के द्वारा कांग्रेस का विरोध जारी। कांग्रेस ने बार भाजपा से आए रामकिशोर शुक्ला को टिकिट दिया है। जो 28 दिन पहले कांग्रेस में शामिल हुए हैं जबकि उन्होंने 20 साल पहले पार्टी छोड़ी थी। दरबार, दिग्विजय सिंह के गुट के हैं और उनकी नाराजगी कमलनाथ से… pic.twitter.com/GI21eXJHUs
— Deshgaon (@DeshgaonNews) October 21, 2023
यह विरोध रैली ड्रीमलैंड चौराहा से शुरू हुई जो नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई लौटकर यहीं समाप्त हुई। इस रैली में करीब दो हजार के दरबार समर्थक शामिल रहे, जो आसपास से ग्रामीण क्षेत्र से आए थे इस रैली में शहर के कांग्रेस के नेताओं, कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने पूरी तरह दूरी बनाए रखी।
दरबार में यह भी कहा कि रामकिशोर शुक्ला से उनकी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है बस वैचारिक मतभेद हैं लेकिन इस बात को भी स्वीकार नहीं किया कि वह समर्थन करेंगे। वहीं दूसरी हो कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि यही शक्ति प्रदर्शन पूर्व के चुनाव में कर लिया जाता तो संभवतः वे चुनाव नहीं हारते। इस विरोध रैली में कांग्रेस के सभी नेताओं ने अपने समर्थकों को भेजा लेकिन वे नहीं आए और दूरी बनाए रखी। इनमें से ज्यादातर दरबार से विरोधी हैं।
दरबार के समर्थन में निकली विरोध यात्रा की पूरी जानकारी प्रदेश के आलाकमान के पास भी पहुंच चुकी है हालांकि अब यह विरोध और नाराजगी कब तक रहती है यह आने वाला समय ही बताएगा। अंतर सिंह दरबार और राम किशोर शुक्ला को यह चुनाव जीतने के लिए एक दूसरे की जरूरत पड़ेगी। वहीं दूसरी ओर राम किशोर शुक्ल का कहना है कि कुछ समय पूर्व हम दोनों में ही बात हो चुकी थी की जिसे भी टिकट मिलेगा सब मिलकर काम करेंगे अंतर सिंह दरबार के लिए उनके दिल में सम्मान है और वह उनके अनुभव का लाभ लेना चाहेंगे, शुक्ला ने कहा कि वे दरबार से मिलकर उनकी नाराजगी को दूर करने का प्रयास करेंगे।