ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के कारण नाले के चेंबर की सफाई करने उतरे नगर निगम के दो कर्मचारियों की गैस रिसाव के कारण दम घुटने से मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक, मरने वाले सफाई कर्मचारियों के नाम अमन गुजराल (24 साल) और विक्रम (26 साल) है। पुलिस ने मामले में आरोपी ठेकेदार को हिरासत में ले लिया है जबकि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हजीरा थाना क्षेत्र के वार्ड नं 16 के रेशम मील में निगम के दो कर्मचारी अमन व विक्रम सीवर की सफाई करने उतरे थे और काफी देर तक बाहर निकले।
आरोप है कि सफाई कराने पहुंचे ठेकेदार और सुपरवाइजर वहां से भाग गए जबकि अन्य सफाईकर्मियों ने दोनों कर्मचारियों को जैसे-तैसे सीवर चैंबर से निकालकर सीपीआर देने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं होता देख लोगों की मदद से बिरला नगर अस्पताल लेकर भागे जहां डॉक्टर्स ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
इससे पहले भी इस तरह के हादसे हो चुके हैं और सफाई कर्मचारियों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। आधुनिक मशीनों के दौर में भी कर्मचारियों से बिना सुरक्षा उपकरणों के सफाई करवाया जा रहा है और वे जहरीली गैस के शिकार होकर अपनी जान गंवा रहे हैं।
मृतक कर्मचारियों के परिवार ने ठेकेदार और नगर निगम के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। सफाईकर्मियों की मौत के बाद परिजनों के आक्रोश को देखते हुए नगर निगम और प्रशासन की टीम भी अस्पताल पहुंची, जहां से शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने आरोपी ठेकेदार को हिरासत में ले लिया है। वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद ऊर्जा मंत्री प्रदुमन सिंह तोमर अस्पताल पहुंचे और मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और दोनों मृतकों के परिजन को नगर निगम में सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। इस आश्वासन के बाद परिजन माने और मामला शांत हुआ।