ग्वालियर। मुरैना की पोरसा तहसील में पद्दूपुरा गांव में एक नाबालिग की शादी रोकी गई तो दूल्हा अपने साथ दुल्हन बनने वाली लड़की की बारह साल छोटी बहन को उठाकर ले गया। जिसे पुलिस ने पांच घंटे में ही छुड़ा लिया। इसक बाद में पुलिस ने आरोपी दूल्हे और रिश्ते में मध्यस्थता करवाने वाही महिला को पकड़ कर उनके खिलाफ़ केस दर्ज कर लिया है। आरोपी दूल्हा जहांं फ़रार है तो वहीं मध्यस्थता करवाने वाली महिला पुलिस की गिरफ़्त में हैं।
गांव में 14 साल की नाबालिग की शादी होने की सूचना पर प्रशासन की टीम शादी रुकवाने पहुंची थी। महिला एवं बाल विकास विभाग और चाइल्डलाइन की टीम नाबालिग दुल्हन और उसके माता-पिता को साथ ले आई। यहां माता-पिता को बेटी के बालिग होने पर ही शादी करने की समझाइश दी जा रही थी। इसी बीच घर पर बारात आई और दूल्हे ने दुल्हन की छोटी बहन का अपहरण कर लिया।
जानकारी के मुताबिक सतीश पुत्र रामप्रकाश सखबार की 14 साल 7 महीने की बेटी की शादी श्योपुर जिले के विजयपुर निवासी विनोद सखबार से तय हुई थी। इसके बाद गुरुवार को सतीश के घर बारात आई। इसी बीच नाबालिग की शादी की खबर प्रशासन को भी लग गई।इसके बाद महिला एवं बाल विकास विभाग व चाइल्ड लाइन की टीम पोरसा पहुंची। इनके साथ स्थानीय पुलिस भी पहुंची थी। पुलिस टीम नाबालिग दुल्हन को वन स्टॉप सेंटर ले गई और माता-पिता को समझाइश देने मुरैना ले आए।
उधर गांव में बारात लेकर आया दूल्हा विनोद सखरवार नाबालिग दुल्हन की 12 साल की साली से शादी करने के लिए उसका अपहरण कर ले गया। इस मामले में पोरसा थाने में दूल्हा विनोद एवं शादी के लिए मध्यस्थता करवाने वाली महिला शकुंतला सखबार पर अपहरण का मामला दर्ज किया है। पोरसा पुलिस थाने के टीआई ने बताया कि पुलिस ने करीब पांच घंटे के भीतर ही पुलिस ने पोरसा के ही एक घर से 12 साल की अपह्त किशोरी एवं आरोपित शकुंतला को खोज निकाला। महिला को जहां गिरफ्तार कर लिया गया है तो वहीं आरोपी दूल्हा की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।